एसी का कंप्रेसर बार बार ट्रिप क्यों होता है?
एसी का कंप्रेसर बार बार ट्रिप क्यों होता है?
आज के समय में खासकर गर्मी में एसी के बिना रह पाना काफ़ी मुश्किल हो रहा है जब मई जून में तापमान 50° तक पहुंच जाता है तो उस समय कूलर पंखे काम करना बंद कर देते है|
इसलिए अपने घर ऑफिस में एसी क़ी ज़रूरत पडती है एसी वैसे तो कई प्रकार के होते है लेकिन घरेलू में देखे तो विंडो एसी, स्प्लिट एसी अधिक इस्तेमाल होते है|क्यूंकि एसी मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल दोनों सर्किट का संयोग है तो इससे कई सारी समस्याएं आती है जैसे गैस लीकेज, कंप्रेसर ख़राब होना होना कई सारी इससे कूलिंग समाप्त हो जाती है|
इसके अलावा ज़्यादा गर्मी में एसी में अक्सर एसी ख़राब होता है एसी का कंप्रेसर बार बार ट्रिप होता है ये समस्या कॉमन आती है तो इसके होने के कारण होते है इसको कैसे दूर करें आज के इस आर्टिकल को आपको पूरी जानकारी देंगे तो अंत तक पढ़ना चलिए जानते है|
Table of Content
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1)- एसी कंप्रेसर के ट्रिप होने के कारण|
2)- एसी कंप्रेसर टर्मिनल का ढीला होना
3)- कैपिलरी या फ़िल्टर का चॉक हो जाना
4)- कम वोल्टेज अधिक का आना
5)- रेफ्रीजिरेन्ट या गैस का कम होना
6)- एसी सिस्टम का वैक्यूम ना होना
7)-कंडन्सर कॉइल का चॉक होना
8)- स्प्लिट एसी आउटडोर में समस्या
9)- कंप्रेसर का आयल में कमी आना
10)- कमरे का साइज(हीट लोड कैलकुलेशन)
11)- एसी को सही जगह लगाए
12)- स्प्लिट एसी की पाइपलाइन की दूरी (इंडोर और आउटडोर)
13)- FAQ
14)- CONCLUSION
एसी कंप्रेसर टर्मिनल का ढीला होना
एसी में कंप्रेसर इस सिस्टम का दिल होता है इसके द्वारा गैस को पूरे भागो में पहुंचाई जाती है और ठंडक पैदा होती है|कंप्रेसर के टर्मिनल पर तीन पॉइंट होते है कॉमन, रनिंग और स्टार्टिंग टर्मिनल|अक्सर सर्विस के दौरान या कंप्रेसर बदलने पर हम इसको ठीक से लगा नहीं पाते है|
लूज़ कनेक्शन के कारण भी कंप्रेसर ट्रिप होने की समस्या आती है कई बार वोल्टेज के असर के कारण कंप्रेसर टर्मिनल के थीमबल या वायर जल जाते है इस कारण सभी एसी ट्रिप मारता है लोड बढ़ने पर|
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कैपिलरी या फ़िल्टर का चॉक हो जाना
एसी सिस्टम में इन दोनों उपकरण का काफ़ी महत्त्व होता है कैपिलरी बहुत पतली पाइप होती है जिसे अंदर से गैस होकर गुजरती है वही फ़िल्टर एसी गैस में मौजूद डस्ट को दूर करने का काम भी करता है|
अक्सर गैस चार्जिंग के समय अच्छे से वैक्यूम ना होने के कारण या आयल आने के बाद हम उस आयल को अच्छे से साफ (फ्लशिंग नहीं कर पाते है इस कारण भी कंप्रेसर ट्रिप करने लगता है|
कंप्रेसर का कैपिसिटर कमजोर हो जाना
एसी में कैपेसिटर काफ़ी ज़रूरी होता है 1.5 टन एसी में 45 mfd का कैपेसिटर का प्रयोग किया जाता है|छोटे एसीe इससे छोटे क्षमता के कैपेसिटर लगाते है|
एसी के पुराने होने के कारण इन कैपेसिटर में भी पावर की कमी आने लगती है|कैपेसिटर कम पावर देने लगता है जिस कारण से कंप्रेसर हीट होकर ट्रिप करना शुरू कर देता है|
इसकी पहचान के लिए आपको कैपेसिटर पर जलने के निशान मिलेंगे इसलिए आप नया कैपेसिटर को लगवाइये|अगर एसी में बार बार कंप्रेसर की ट्रिप की समस्या आये तो भी आप कैपेसिटर को बदल दे आपकी समस्या का समाधान हो जायेगा|
कम वोल्टेज का आना
एसी एक बिजली से चलने वाला उपकरण इसलिए बिजली या वोल्टेज का ठीक आना इसके सही संचालन के लिए आवशयक है|कम वोल्टेज आने पर एसी का कंप्रेसर लोड लेकर बंद होने लगता है या चलता भी है तो आवाज़ करता है|
क्यूंकि कंप्रेसर एक महगा उपकरण इसलिए इसकी सुरक्षा बहुत ज़रूरी हैआप वोल्टेज स्टेबलाइज़र का प्रयोग करके इस समस्या को समाप्त कर सकते है|
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रेफ्रीजिरेन्ट या गैस का कम होना
एसी में गैस ठंडक पैदा करने का काम करती है कभी अचानक से कूलिंग कम हो तो गैस की समस्या समझी जाती है|अगर कभी एसी में कूलिंग कम लगे तो आपको एसी बंद कर देना चाहिए|
कूलिंग अगर कमरे में नहीं हो रही है तो एसी कमरे में एक निश्चित तापमान बनाने में असफल हो जायेगा जिसके कारण कंप्रेसर बार बार ट्रिप कर सकता है|अगर एसी में आवश्यकता से अधिक गैस चार्ज है तो तब भी एसी ट्रिप की समस्या देखने को मिलती है|
कम गैस होने के कारण गैस लीकेज होता है इसलिए आप किसी अच्छी एसी मैकेनिक से पहले लीकेज चैक करवाये फिर गैस चार्जिंग का काम करें|अक्सर लोग गैस कम होने पर टॉपअप गैस करवाते है ये परमानेंट हल नहीं है|ऐसा करने से आपको हर साल गैस के लिए पैसे खर्च करने होंगे|
इससे बचे बाकि इन कारणों से भी कंप्रेसर ट्रिप की समस्या आती है|
एसी सिस्टम का वैक्यूम ना होना
एसी में वैक्यूम एक क्रिया होती है जो सिस्टम से हवा निकालने का काम करता है|ये समस्या स्प्लिट एसी में आती है ज़्यादातर|एसी की इंस्टालेशन के समय कुछ लोग जल्दबाज़ी या वैक्यूम पंप ना होने के कारण के कारण एसी सिस्टम के अंदर से हवा और नमी को नहीं निकाल पाते है जिस वजह से ट्रिप की समस्या आती है|
ठंडक में कमी आने लगती है और साथ कंप्रेसर की इफ़्फ़िइंसी पर भी असर पड़ने लगता है|आजकल के एसी जो R-32 या अन्य गैस वाले है उनका वैक्यूम बहुत ज़रूरी है|वैक्यूम ठीक से ना होने पर उन एसी में विस्फोट भी हो सकता है इसलिए एसी में वैक्यूम बहुत ज़रूरी काम होता है|
कंडन्सर कॉइल का चॉक होना
कंडन्सर कॉइल में धूल मिट्टी जमना इसी को चोकिंग कहते है|अगर एसी में चॉक की समस्या आती है तो हवा का फ्लो रुक जाता है|एसी की कंडनसेशन(वैपर से लिक्विड)ठीक से नहीं हो पाता है|
कंडन्सर फैन गर्म हवा को वातावरण में फेक नहीं पाता है इससे लोड बढ़ने लगता है|आप कॉइल को अच्छे से क्लीन करवाये या ज़्यादा गन्दा है तो केमिकल क्लीनिंग भी करवा ले|
साल में एक या दो बार एसी की सर्विस ज़रूर करवाये आप कंडन्सर कॉइल को बोल अच्छे से साफ करवा ले|कई बार कंडन्सर फैन मोटर का कैपेसिटर भी खराब हो जाता है इस कारण फैन की स्पीड कम हो जाती है गर्म हवा ठीक से निकल नहीं पाती है|
कैपेसिटर को चैक करें कही जलने का निशान तो नहीं दिख रहा है ऐसा हो तो तुरंत बदल कर नया लगाए|एक 1.5 टन एसी में 45 MFD का कैपेसिटर रनिंग लगता है|
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स्प्लिट एसी आउटडोर में समस्या
स्प्लिट एसी आज के समय में ज़्यादा मांग है क्यूंकि ये किसी भी स्थान पर लग जाता है शोर कम करता है इसमें दो यूनिट होती एक इंडोर और दूसरा आउटडोर ये यूनिट घर की छत ना बाहर दीवार पर भी लगा सकते है|
आउटडोर हीट छोड़ता है जिसके कारण गैस तरल में बदल जाती है कई बार ये बंद हो जाता है फैन मोटर ख़राब होने के कारण|कबूतर के घोसले से आउटडोर पंखा बंद हो जाता है जिससे हीट बदल नहीं पाती है कंप्रेसर बार बार ट्रिप करने लगता है|
कंप्रेसर का आयल में कमी आना
कंप्रेसर में आयल पार्ट्स को लुब्रिकेट करने के लिए किया जाता है कई बार मरम्मत कार्य के दौरान कंप्रेसर उल्टा हो जाने के कारण उसका आयल निकल जाता है|
इस कारण से आयल निकल जाता है तब कंप्रेसर ट्रिप करना शुरू कर देता है|
कमरे का साइज(हीट लोड कैलकुलेशन)
एसी खरीदते समय हमें सही टन का एसी लेना चाहिए कई बार एसी में बार ट्रिप की समस्या आती है तो कुछ कारण जिम्मेदार होते है|जैसे अगर हमारे रूम का साइज 150 स्क्वेयर/फ़ीट है उसमे हमें 1.5 टन का एसी लगाना चाहिए लेकिन जानकारी के अभाव में या जल्दबाज़ी में हम 1.0 टन का एसी लगा देते है|
कमरे को ठंडा करने में एसी के कंप्रेसर को अधिक मेहनत करनी पडती है वे एक निश्चित समय में सही तापमान की प्राप्ति नहीं कर पाता है जिससे वे ट्रिप करता है|
इसके अलावा कमरे में हीट लोड बढ़ने जैसे खिड़कियों से सीधी धूप आने, कमरे में अधिक रौशनी उपकरण का लगा होना|
इससे कमरे का तापमान बढ़ जाता है|एसी के कंप्रेसर को कमरे को ठंडा करने में समय लगने लगता है जिस कारण ट्रिप की समस्या अक्सर आती है|रूम में कितने लोग है ये भी हीट लोड में आता है|
आप खिड़कियों में शेड लगवाएं, कमरे को अच्छे से इंसुलेटेड करें इसके अलावा सही टन का एसी लगाए|
1.0 टन एसी - 100 स्क्वेयर/फ़ीट जगह होनी चाहिए
1.5 टन एसी - 150 स्क्वेयर/फ़ीट जगह होनी चाहिए
2.0 टन एसी -200 स्क्वेयर/फ़ीट जगह होनी चाहिए
एसी की सही समय पर सफाई
एसी में सर्विस का बड़ा योगदान है एसी की ठंडक के लिए इसलिए आप एसी को हर साल या दो सर्विस ज़रूर करवाये|
अगर एसी की दोनों कॉइल गंदी होंगी तो हवा का सर्कुलेशन ठीक से नहीं हो पायेगा|
कंडन्सर की हीटर ना निकलने से एसी पर लोड पड़ता है जिसके कारण कंप्रेसर ट्रिप बार बार है|कंप्रेसर के ज़्यादा एमपीयर बढ़ने के करने कंप्रेसर की मोटर भी जलने का खतरा रहता है|
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एसी को सही जगह लगवाएं
एसी का सही इंस्टालेशन ना होने पर कई तरह की समस्या आ सकती है जिनमें से कंप्रेसर ट्रिप मुख्य है
> एसी स्प्लिट को हमेशा धूप से हटकर लगवाएं या छायादार स्थान पर लगाए|इससे सीधी धूप एसी कॉइल पर नहीं पड़ेगी जिससे ट्रिप की समस्या कम हो जाएगी|
>आप आउटडोर यूनिट को धूप से बचाने के लिए शेड का प्रयोग कर सकते है जिससे कंडन्सर पर धूप नहीं आएगी और ट्रिप की समस्या गर्मियों में नहीं मिलेगी|
> विंडो एसी उस जगह पर ना लगवाएं जहा वेंटीलेशन ठीक ना हो|शहरो में शाफ़्ट होती है जहा हवा का निकास नहीं होता है आप विंडो एसी यहाँ लगाने से परहेज करें|दूसरे विकल्प के रूप में स्प्लिट एसी में आप लगवा सकते है|
>विंडो एसी में हीट निकलने का स्थान ना होने से कंप्रेसर ट्रिप करने लगता है|
स्प्लिट एसी पाइप लाइन की दूरी
विंडो एसी एक बॉक्स में सभी कम्पोनट्स जैसे कंप्रेसर, कंडन्सर कॉइल, एवर्पोरेटर कॉइल, और फैन मोटर फिक्स होते है वही स्प्लिट एसी में कूलिंग कमरे में पाइप के द्वारा हीं पहुँचती है|
स्प्लिट एसी (इंडोर यूनिट और आउटडोर यूनिट का संयुक्त रूप है)इंडोर यूनिट और आउटडोर यूनिट की दूरी पाइप की जितनी कम होंगी उतनी हीं कमरे में ठंडक होगी|दूरी अधिक होने पर कंप्रेसर को गैस भेजनें में मुश्किल आती है|
कंप्रेसर पर लोड पड़ने लगता है|बहुत बार कई लोग इंडोर को नीचे ग्राउंड फ्लोर में लगा देते है लेकिन आउटडोर यूनिट को छत पर इंस्टाल कर देते है इससे गैस का रास्ता लम्बा हो जाता है और कंप्रेसर लोड पड़ने पर ट्रिप करता है|
एसी कमरे को सही से ठंडा नहीं कर पाता है साथ हीं थरमोस्टेट से एसी का कंप्रेसर ट्रिप नहीं होता है क्यूंकि कमरे का तापमान सेट तापमान तक पहुंच हीं नहीं पाता है|इसलिए एसी में कम दूरी रखे पाइप लाइन की|आउटडोर पर कॉपर पाइप का रोल बनाकर लगा दे जिससे वाइब्रेशन और ठंडक हो|
इसके अलावा भी एसी का कंप्रेसर बार बार ट्रिप हो सकता है
> वातावरण का तापमान 45°C से ऊपर होने पर भी एसी का कंप्रेसर ट्रिप कर सकता है|
> तापमान बढ़ने से वातावरण का एसी की गैस वैपर से लिक्विड में नहीं बदल पाती है जब गैस वैपर से लिक्विड में ना बदल सके तो उस तापमान का क्रिटिकल तापमान भी कहते है|
>आप कमरे के साइज से थोड़ा बड़ा एसी हीं ख़रीदे कम क्षमता का एसी गर्मी में लोड के कारण ट्रिप कर सकता है|
>एसी का 1.5 टन का रोटरी कंप्रेसर 6000/- तक मिल जाता है ये एसी के मॉडल और कंप्रेसर के प्रकार पर निर्भर करता है|ये कंप्रेसर दाम कम ज़्यादा भी हीं सकता है|रोटरी कंप्रेसर ज़्यादा गर्म होते है जबकि रेसीप्रोटिंग ठन्डे चलते है|
FAQ-अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ---
प्रशन --1)- एसी कंप्रेसर ट्रिप क्यों होता है?
उत्तर - एसी कंप्रेसर ट्रिप होने के पीछे कई कारण हो सकते है कैपेसिटर का कमजोर हो जाना, चॉक होना, गैस लीक होना, वातावरण तापमान अधिक होना(क्रिटिकल तापमान होना) क्रिटिकल तापमान वे तापमान होता है जिसमे गैस लिक्विड अवस्था में नहीं बदल पाती है 50 डिग्री तापमान आने पर कंप्रेसर बार बार ट्रिप करता है गर्मियों में|,वोल्टेज का कम ज़्यादा होना, कंप्रेसर की समस्या स्प्लिट एसी में पाइप लाइन की दूरी इंडोर और आउटडोर की बहुत ज़्यादा होना,कुछ कारण ट्रिप के हो सकते है|
प्रशन -2) एसी कंप्रेसर ट्रिप ना हो क्या करें?
उत्तर -- एसी कंप्रेसर ट्रिप ना हो आप कुछ उपाय अपना सकते है|
> एसी की इंस्टालेशन वादार और छायादार स्थान पर करिये|
> स्प्लिट एसी पाइप लाइन की लम्बाई 5 मीटर ही रखे ज़रूरत होने पर बढ़ाये इसके साथ कुछ गैस क्वांटिटी को हल्का बढ़ाये टॉपअप जिससे कूलिंग पर प्रभाव नहीं होगा|
प्रशन- एसी कंप्रेसर आवाज़ कर रहा है?
उत्तर-वोल्टेज कम ज़्यादा होना, कंप्रेसर में समस्या होना आदि
निष्कर्ष-CONCLUSION
उम्मीद करता हूँ आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा इसमें एसी ट्रिप की जानकारी डी गई है एसी ट्रिप करने के कारण आपको ऊपर बताए है परन्तु ये ज़रूर देख वोल्टेज चैक करें, एसी सही जगह इंस्टाल है धूप सीधे एसी पर तो नहीं आप रही है इससे कूलिंग व ट्रिप कि समस्या आ सकती है, कंप्रेसर ख़राब होने वाला आदि कारण हो सकते है आपका कोई कमेंट हो आप शेयर करें अच्छा लगा तो शेयर करें|
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