एसी गैस कम है कैसे पता करें? एसी गैस लीकेज के कारण?
एयरकंडीशनर की लीकेज की जांच कैसे करें?
(How to check ac gas?)
गर्मी आते आते हम गर्मी से बचने के उपाय ढूढ़ने लगते है इसके बचाव के लिए एक ही मशीन आती है जिसे हम एयरकंडीशनर कहते है|
आज एयरकंडीशनर के बिना जीवन अत्यंत कठिन हो गया है हर कोई इसको लगाने की चाह रखता है|एसी मुख्य रूप से रेफ्रीजिरेशन के सिद्धांत पर काम करता है यह किसी स्थान या रूम से गर्मी को खींचकर उस जगह पर ठंडक पैदा कर देता है|
लेकिन बिजली खपत के कारण कुछ लोग नहीं ले पाते है एसी मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल का मिला जुला रूप है इस कारण इसमें समस्याएं आती है|
जैसे लीकेज होना, कंप्रेसर होना, ठंडक कम होना, आवाज आना आदि लेकिन इसके अलावा एसी में गैस लीकेज सबसे प्रमुख समस्या है जो हर किसी को परेशान करती है|
गैस लीकेज एसी सिस्टम के ब्रेजिंग जॉइंट या पाइपलाइन की फिटिंग के कारण होती है गैस निकल जाने के कारण ठंडक का प्रभाव कम होने लगता है लीकेज का स्तर कम या ज़्यादा भी होता है, छोटी लीकेज देर से मिलती है, इसको ढूढ़ने में काफ़ी समय लगता है|
जल्दबाज़ी से लीकेज पर किया गया काम कामयाब नहीं होता है फिर भी लीकेज हो जाती है इसलिऐ आप एसी की लीकेज को आराम से ढूढे|
आज इस आर्टिकल में आपको एसी में लीकेज क्यों होती है बतायेगे, लीकेज को कैसे रोके, लीकेज को कैसे चैक करें आदि बातो को विस्तार से बतायेगे आप पूरा पढ़ना जिससे जानकारी मिले|
Table of Content
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> एसी सिस्टम में लीकेज क्या होती है
> एसी में गैस लीकेज क्यों होती है
> एसी में गैस लीकेज को कैसे रोके
> एसी में लीकेज को कैसे रोके
> एसी में गैस लीकेज को कैसे पहचाने
> एसी में लीकेज होने पर क्या करें? बंद करें?
> गैस लीकेज होने पर बिजली की खपत
> एसी में लीकेज ढूढ़ने के तरीके
> एसी लीक होने पर कंप्रेसर एमपीयर कम हो जाते है
> FAQ
>CONCLUSION
एसी सिस्टम में लीकेज क्या होती है?
एसी में लीकेज का मतलब सिस्टम से रेफ्रीजिरेन्ट (गैस)का निकलना माना जाता है जब एसी में गैस होती है तो ठंडक अच्छी करती है इसके अलावा एसी में गैस कम या बिल्कुल नहीं होती है तो लीकेज की सम्भावना होती है|लीकेज किसी भी एसी के कॉपर पाइप पर आयल के रूप में दिखती है आप इसे रोक नहीं सकते है दोबारा से नयी गैस चार्ज करनी होती है|
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एसी में गैस लीकेज क्यों होती है?
एसी में लीकेज होने से सामान्यरूप से ठंडक धीरे धीरे कम होने लगती है लीकेज होने के कई कारण होते है|
> एसी की सर्विस सही समय पर ना करवाना आमतौर से सर्विस साल में एक बार करवानी चाहिए जिससे एसी बेहतर तरीके से ठंडक दे सके|
> स्प्लिट एसी के इंडोर और आउटडोर यूनिट के पाइप कनेक्शन का ठीक से फीटिंग ना होना या इसके जॉइंट फ्लैयर ठीक से टाइट ना होना|इंस्टालेशन के समय इस फिटिंग को अच्छे से टाइट ना कर पाना|
> सर्विस के समय केमिकल का इस्तेमाल करना आप कंपनी के बताए केमिकल का प्रयोग ही करें कुछ लोग एसी की सर्विस कॉइल को कस्टिक सोडे से साफ करते यह काफ़ी हार्ड होता है जो एसी कॉइल में धीरे धीरे समाप्त कर देता है|
> कुछ लोगो के एसी नाले के पास लगे होते है यहाँ से निकलने वाली गैस एसी की कॉइल को समाप्त करने लगती है|लीकेज से बचने से के लिए आप एसी कॉइल में कॉइल कोटिंग मार दो जिससे लीकेज की सम्भावना कम हो जाती है|
> एसी की गलत इंस्टालेशन कुछ लोग बाहर से जल्दबाज़ी में इंस्टालेशन करवा लेते है सही फिटिंग नहीं हो पाती है जिससे फ्लैयर नट से लीकेज होने लगती है|इसलिए आप इंस्टालेशन कंपनी के इंजीनियर से करवाये वे जानकारी और ट्रेनिंग करें होते है|
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एसी में लीकेज को कैसे रोके?
एसी में लीकेज होना एक सामान्य बात है परन्तु कुछ उपाय करके हम एसी की लीकेज को रोक सकते है पूरी तरह से समाप्त नहीं कर सकते है चलिए जानते है कैसे रोके---
> एसी की सर्विस साल में एक बार गर्मी आने से पहले अवशय करवा ले जिससे लीकेज का डर ना रहे साथ वे पूरी गर्मी आपको बेहतर तरीके से ठंडक दे|अक्सर कुछ लोग सर्विस कार्य नहीं करते है जिस कारण से एसी अचानक से बंद हो जाता है|
इसलिए अचानक से कोई समस्या लीकेज की ना आये आप सर्विस कार्य को अंजाम दे|इसके आलावा एसी की ठंडक को आप खुद बड़ा सकते है आप समय समय पर एसी कॉइल के सामने लगे एयर फ़िल्टर को क्लीन करिये|
हर 10 दिन के उपरांत इस कार्य को करने का रिमाइंडर सेट कर दे फ़िल्टर अगर आप हमेशा समय पर साफ करेंगे तो कूलिंग भी अच्छी आएगी और एसी का लोड भी घट जायेगा|
> कभी कभी एसी में हर साल लीकेज हो जाती है हम परेशान तो हो जाते है लेकिन सही समाधान ढूढ़ने के बजाय हम छोटा समाधान ढूढ कर अपना काम निकाल लेते है|एसी में अगर हर साल लीकेज हो रही है तो आप एसी लीकेज को सही से चैक करवाये|
एसी में छोटी लीकेज है जो मिल नहीं पाती है हम जल्दबाज़ी में एसी में टॉपअप गैस का कार्य करवा लेते है कुछ समय बाद लीकेज फिर हो जाती है|इसलिए आप एसी में लीकेज को सही से ढूढ़ने के बाद ही गैस के कार्य को पूरा करें|
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एसी में गैस लीकेज को कैसे पहचाने?
एसी में गैस लीकेज होने पर ठंडक कम या समाप्त हो जाती है कुछ लोग यह तो समझ जाते है गैस लीकेज है लीकेज कहा पर है नहीं पता कर पाते है?
एसी में अगर किसी पॉइंट से लीक हो गयी है तो आप आसानी से पता कर सकते है इसके लिए आपको किसी टूल उपकरण की ज़रूरत बिल्कुल भी नहीं पड़ेगी|
एसी में अगर किसी जगह लीकेज होंगी तो उस स्थान पर तेल आ जाता है यह इस बात का संकेत होता है वहाँ लीकेज हो गयी है|
एसी में लीकेज होने पर क्या करे? क्या एसी चलने दे?
अगर एसी में ठंडक कम हो जाए या आपको लीकेज मिल जाए तो क्या आपको एसी को चलाना चाहिए या नहीं? तो इसका उत्तर सीधा है आप तुरंत एसी को मेन एमसीबी से बंद कर दीजिये|
एसी लीक होने पर अगर आप एसी को चलाते है तो यह कई समस्यायो को पैदा कर देता है -.
> गैस कंप्रेसर के तापमान को कम करती है जब कंप्रेसर चलता है गैस भी तेल के साथ मिक्स होकर सिस्टम में घूमती है अगर गैस लीकेज हो जाती है तो तेल का तापमान बढ़ जाता है साथ में कंप्रेसर भी गर्म होने लगता है|
> गैस लीकेज होने पर कंप्रेसर खाली चलने लगता है जिसके कारण वे हीट हो जाता है बार बार ट्रिप होने लगता है|
> एसी का कंप्रेसर ख़राब हो सकता है यह कंप्रेसर एसी का सबसे महगा होता है इसलिए गैस लीकेज पर एसी को बंद कर दे|
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गैस लीकेज होने पर बिजली की खपत?
एसी में अगर गैस सही है और एसी सही से काम कर रहा है है तो बिजली खपत कम होती है क्यूंकि एसी आपने निश्चित तापमान आने पर कंप्रेसर को बंद कर देता है|
अगर वही गैस लीकेज हो जाती है तो एसी तापमान तापमान को प्राप्त नहीं कर पाता है जिसके कारण कंप्रेसर लगातार चलने लगता है है बिजली की खपत बढ़ जाती है|
इसलिए लीकेज हो जाने आप एसी को तुरंत बंद कर दे जिससे बिजली की खपत ना हो|
एसी में लीकेज को ढूढ़ने के तरीके?
एसी में लीकेज को ढूढ़ना अति आवशयक कार्य होता है इसलिए इसको बड़ी सावधानी से करना चाहिए|
एसी में लीकेज को पता करने के यह कुछ तरीके है ---
1)- झाग या सोप सलूशन की विधि|
2)- वाटर डीप टैंक तरीके से लीकेज ढूढ़ना|
3)- हैलाइड टोर्च से लीकेज को ढूढ़ना|
4)- इलेक्ट्रॉनिक लीक डिटेक्टर
5)- सलफर स्टिक से लीक ढूढ़ना
1)- झाग से लीकेज ढूढ़ना
यह एसी सिस्टम की सबसे सस्ती और सरल विधि में से एक है आप एसी में प्रेशर डालकर झाग या साबुन के द्वारा उस स्थान पर लगाते है अगर लीकेज होती है तो बुल बुले आने लगते है|
अगर लीक ना मिले तो आप थोड़ा प्रेशर बढ़ा दीजिये फिर लीक जांच करें लीक मिल जाने पर आप उस स्थान पर निशान लगा ले परमानेंट मार्कर से प्रेशर निकालकर आप ब्रेजिंग कार्य करें|
यह विधि छोटे यूनिट में सफल है जैसे फ्रिज, विंडो एसी स्प्लिट एसी, वाटर कूलर आदि|बड़े एसी यूनिट में नाईट्रोजन का प्रेशर डालकर ही लीक की जांच होती है इसके लिए झाग विधि सही से कार्य करती है|
आगे हम आपको अन्य विधि बता रहे है आप जानना|इस विधि की कुछ सीमाएं है छोटी छुपी लीकेज होने होने यह विधि कार्य नहीं करती है|
2)- वाटर डिप टैंक से लीकेज ढूढ़ना?
यह विधि काफ़ी अच्छी मानी जाती है एसी की लीकेज को ढूढ़ने में क्यूंकि जब एसी में लीकेज आसानी से नहीं मिलती है तो इस तरीके का प्रयोग किया जाता है|
इस विधि में एक टैंक होता है काफ़ी बड़ा जैसे कूलर का स्टोरेज टैंक होता है इसमें पानी भरा जाता है|एसी की कूलिंग कॉइल या कंडन्सर को एसी सिस्टम से अलग करके निकाल लिया जाता है जिस कॉइल में लीकेज है उसमे नाईट्रोजन प्रेशर डालकर होल्ड कॉइल को इस टैंक में डाल दिया जाता है|
लीकेज होने पर उस जगह से बुलबुले निकलने लगते है यह विधि के द्वारा लीकेज को आसानी से ढूढा जा सकता है|
> नाईट्रोजन प्रेशर 350 psi होल्ड किया जाता एसी में यह मशीन की क्षमता के अनुसार डालते है l|कुछ कंपनी के एसी में भी लिखा होता है प्रेशर कितना होल्ड किया जाए|
> वाटर डीप टैंक विधि का प्रयोग वहाँ होता है जहा लीकेज ना मिल रही हो आसानी से|
> एसी कॉइल को डीप टैंक में डालने से पहले साफ कर ले अगर आप कॉइल को बिना साफ करें लीकेज देखते है तो लीकेज मिलने की सम्भावना कम रहती है|
3)- हैलाइड टोर्च से लीकेज को ढूढ़ना?
फ्रीऑन गैस की लीकेज को ढूढ़ने के लिए हैलाइड टोर्च का प्रयोग किया जाता है इस टोर्च की मदद से स्प्रिंट या अलकोहल को जलाया जाता है जब यह गैस फ्रीऑन के संपर्क में आती है तो इसका कलर बदलकर हरे रंग का हो जाता है|
आप इसके स्थान पर नये तकनीक के लीक डिटेक्टर आ गए है जो आसानी से लीक को पहचान सकते है|आजकल फ्रीऑन गैस का प्रयोग समाप्त हो रहा है क्यूंकि यह ओजोन परत के लिए विनाशकारी है|
पहले फ्रीऑन गैस का प्रयोग होता था अब यह पुराना तरीका हो गया है अब|
R22 गैस कैन - ख़रीदे
4)- इलेक्ट्रॉनिक लीक डिटेक्टर?
एसी सिस्टम में लीक टेस्टिंग का यह तरीका भी बेहतर है जिसे इलेक्ट्रॉनिक लीक डिटेक्टर विधि कहा जाता है एसी सिस्टम में जब किसी ब्रेजिंग जॉइंट से लीकेज आसानी से नहीं मिलती है तो यह विधि सामान्यरूप से प्रयोग में लायी जाती है|
इस डिवाइस को जब आप चालू करते है तो यह बीप साउंड करता है आप लीकेज वाले स्थान पर इसकी प्रोब को ले जाते तो यह लीकेज को डिटेक्ट करने की कोशिश करती है|टिक टिक की आवाज़ आती है और अगर लीकेज होती है तो बीप साउंड की आवाज़ बढ़ जाती है वे लगातर ज़्यादा बार बीप साउंड करती है|
यह डिवाइस काफ़ी महगा होता है बड़ी एसी सिस्टम में इसका प्रयोग होता है क्यूंकि छोटे एसी सिस्टम में लीक आसानी से मिल जाती है|इसकी क़ीमत 1 लाख तक आती है|
5)- सलफर कैंडेल स्टिक से लीक ढूढ़ना?
यह विधि अमोनिया गैस की लीकेज के लिए प्रयोग में लायी जाती है सामान्य रूप से अमोनिया गैस आइस प्लांट और कोल्ड स्टोरेज में इस्तेमाल की जाती है|
एसी प्लांट में अधिक मात्रा में गैस का प्रयोग होता है इसलिए लीक को सही समय पर पहचानना आवशयक कार्य हो जाता है|
अमोनिया गैस अन्य रेफ्रीजिरेशन सिस्टम में पड़ने वाली गैसो से सस्ती होती है इस गैस में तेज गन्द होती है आप आसानी से सुघ कर लीकेज का पता कर सकते है कहा पर लीकेज है|
इस सलफर कैंडल को लीकेज वाले स्थान के आस पास घुमाया जाता है जहा पर लीक होती है उस स्थान पर सफ़ेद धुआँ आ जाता है यह लीक होने की जगह को बताती है|
एसी लीक होने पर कंप्रेसर एमपीयर कम हो जाते है?
एसी में पूरी गैस होती है तो ठंडक अच्छी होती है कमरा जल्दी ठंडा हो जाता है वही अगर गैस लीक हो जाती तो ठंडक तो कम हो जाती है साथ ही एसी कंप्रेसर के एमपीयर भी घट जाते है|कंप्रेसर इस कारण से गर्म भी होने लगता है क्यूंकि गैस इसको ठंडा रखती है|
एक एसी 1 टन का गैस होने पर साधारणतया 6.0 एमपीयर लोड लेता है गैस लीक होने पर 4.0 या 4.5 एमपीयर हो जाते है यदि कभी आपको पहचानना हो तो गैस लीक तो आप क्लेम्प मीटर से जांच सकते है|
गेज मीटर से भी गैस नहीं है पता कर सकते है?
एसी हो या फ्रिज सभी में गैस का पता लगा सकतें है साधारणतया एसी में कई सारी गैसे प्रयोग आती है इसलिए सबका प्रेशर अलग अलग होता है R22 का 1.5 टन एसी गैस होने पर 60 psi प्रेशर होता है बेक का|यदि लीकेज हो जाती है तो प्रेशर कम होकर 50 psi हो सकता है
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल FAQ-----
1)-प्रशन --एसी में गैस कम होने के क्या कारण होते है?
उत्तर - एसी में गैस कम होने से ठंडक समाप्त होने लगती है इसके कारण ये है चार्जिंग पिन से गैस लीक, कंडन्सर और एवार्पोरेटर कॉइल के जॉइंट कमजोर होने पर लीकेज, एसी का पाइप मुड़ने दबने पर लीक हो सकती है और स्प्लिट एसी फ्लैयर नट जॉइंट से लीक हो सकती है|
प्रशन-2)-एसी कि लीकेज कैसे चेक करें?
उत्तर - एसी कि लीक के तरीके ये है|सोप सलूशन या बबल मेथड ये सबसे सस्ती और बेहतरीन तरीका है|
डिप मेथड वाटर, हैलाइड टोर्च फ्रीऑन लीक चेक होती है और कैंडल स्टिक से अमोनिया लीक टेस्टिंग आदि|
प्रशन -3) फ्रिज में कौन सी गैस पडती है?
उत्तर - पुराने एसी में R-22गैस पडती थी लेकिन औजॉन परत नष्ट होने के कारण इसको बंद कर दिया है अगर आपका एसी कंप्रेसर R-22 गैस का है तो आप उसमे R-32, R-407C, गैस चार्ज कर सकते है कंप्रेसर में आयल बदल कर|
अभी सभी आज में एसी में R32 गैस पडती है इन गैस पर्यावरण के हित में है इसलिए इसका प्रयोग अधिक हो रहा है आज कल के एसी में यही गैस आ रही है|
प्रशन4)- एसी के कंडसर को छूकर कैसे गैस पता करें है या नहीं?
उत्तर - आपको अगर जानकारी है तो आप एसी के कंडसर को छूकर भी गैस है या नहीं पता कर सकते है अगर कंडसर ऊपर से बीच तक अच्छा गर्म हो रहा है तो गैस ठीक है कूलिंग भी आ रही होंगी वही अगर हल्का गर्म है ऊपर साइड में तो एसी में गैस चोकिंग या लीक या कंप्रेसर पंपिंग डाउन हो सकती है|
निष्कर्ष - Conclusion
इस लेख में आपको बताया एसी में गैस है या नहीं कैसे पता करें? इसमें आपको जानने की कई ट्रिक बताई गयी है जैसे कंडसर कॉइल को हाथ लगाकर गैस है ना नहीं लेकिन सुरक्षा से करें जानकारी ना होने पर दूर रहे|इसके आलावा गेज मीटर की सहायता से गैस है या नहीं और एसी के ब्रेजिंग जॉइंट में कही तेल दिखने से भी गैस लीकेज होने का पता चल सकता है|अगर आपको कोई प्रशन हो तो कमेंट करें और पसंद आये तो इसको शेयर करना|
आपका.... मित्र
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