मोबाइल फ़ोन के नुक्सान क्या है|mobile phone ke nuksaan kya hai?
मोबाइल फ़ोन के नुक्सान क्या है?
आज तकनीकी ने सबसे ज़्यादा वृद्धि जो करी है वे कही ना कही मोबाइल सेक्टर मे करी है आज हम बैठे किसी भी स्थान से एक शहर से दूसरे शहर व देश विदेश सेकंड मे बात कर लेते है|
इसके अलावा मोबाइल फ़ोन के माध्यम से कोई भी जानकारी गूगल पर आसानी से सर्च कर सकते है यू ट्यूब, फेसबुक, इंस्टा आदि काफ़ी सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक दूसरे से जोड़ने का काम कर रहे है|
वैसे हर चीज के कुछ फायदे होते है कुछ नुकसान परन्तु हम आज के आर्टिकल मे मोबाइल से होने वाले नुकसान की बात करेंगे बच्चो को सबसे ज़्यादा नुक्सान होते है पढ़ाई मे बाधा आ जाती है क्यूंकि बच्चे मोबाइल मे लगे रहना चाहते है पुरे दिन उनको पढ़ाई मे ध्यान मोबाइल दूर करके कर सकते है|
Table Of Content
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एसी क़ी कितनी दूरी होनी चाहिए?1-मोबाइल फ़ोन इतिहास की कुछ बाते
2-मोबाइल फ़ोन के नुकसान की जानकारी
3-मोबाइल फ़ोन के नुक्सान
मोबाइल फ़ोन इतिहास की कुछ बाते?
मोबाइल बने काफ़ी समय हो चुका है लेकिन इसकी तकनीक
दिन प्रीतिदिन बढ़ती जा रही है सबसे पहला मोबाइल कब आया, कौन सी कंपनी ने बनाया आदि कुछ सवाल इसके इतिहास मे छुपे है|
• सबसे पहला मोबाइल कब किसने बनाया?
सबसे पहला मोबाइल मोटोरोला कंपनी ने सन 1973 मे बनाया था|
• भारत मे पहला मोबाइल कब आया था?
भारत मे पहला मोबाइल 30 जुलाई 1995 को आया था|
• सबसे पहले मोबाइल पर किसने बात की थी?
सबसे पहले पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री जो उस समय ज्योति बसु थे उन्होंने संचार मंत्री सुखराम से पहली बात मोबाइल से करी थी|
मोबाइल फ़ोन के नुक्सान की जानकारी?
आज मोबाइल मिनटो मे घर बैठे बात चीत करवा देता है कई इंटरनेट से अच्छी जानकारी मिलती इसका अलावा नुक्सान है|
1-मानसिक समस्या -ये हमारे सेहत को नुक्सान करता है मोबाइल को पॉकेट जेब मे रखने से अंदुरुनी बीमारी पैदा हो सकती है|
इसके अलावा मानसिक स्तर को कमजोर कर देता है इसलिए प्रभाव से हम बातो को भूल जाते है जो किसी ने कही थी|
2-गोपनीयता को खतरा - मोबाइल के अंदर हमारी गोपनीय जानकारी स्टोर होती है जैसे फोटो वीडियो चोरी हो जाने या मोबाइल ख़राब होने पर ये समाप्त हो सकती है|
3अनिद्रा की कमी - देर रात तक लोग इनका प्रयोग मूवी देखने, गेम खेलने मे करते है शहरो मे लोग देरी से आते है घर आते ही मोबाइल का साथ पकड़ लेते है|इससे नींद की समस्या आने लगती है|
4 परिवारिक विवाद - परिवारिक सम्बन्धो मे समस्या आना शादी होने पर हम ज़्यादातर समय मोबाइल को देते है अपने पार्टनर को नहीं इस कारण से मोबाइल इन सम्बन्धो को तोड़ देता मोबाइल ना होता तो इस दूसरे को समय दे पाते रिश्ते अच्छे होते है|
5 खर्चो मे बढ़ोतरी -मोबाइल मे आप ऑनलाइन वेबसाइट शॉपिंग पर काफ़ी पैसे खर्च करदेते है घर बैठे जबकि ऑफलाइन मे कम खर्च होता है|
6-कैंसर की समस्या -एक शोध के अनुसार ज़्यादा मोबाइल का प्रयोग करने से दिमाग़ का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है|
7 महिलाओ को नुक्सान - गर्भभती महिलाओ की सेहत पर असर डालता है इससे होने वाले बच्चे का मानसिक विकास कम हो सकता है|
8 संयुक्त परिवारों को नुक्सान - संयुक्त परिवार को समाप्त करने मे मोबाइल जिम्मेदार है लोग अपने अपने मोबाइल मे इतने बिजी रहते है वे एक साथ बैठने, हसीं मज़ाक, खाना पीना नहीं करते उनका एक काम मोबाइल चलाना|
9 समय की बर्बादी -समय काफ़ी ज़रूरी है यदि हम अपने कार्यों को सही सही समय से करेंगे तो हम सफल होंगे परन्तु मोबाइल उन कार्यों पर विराम लगा देता है देरी से कार्य करने या नहीं कर पाने से हमारी दिनचर्या व्यर्थ ही चली जाती है|
10 खर्चो मे वृद्धि- इंटरनेट मे काफ़ी पैसे खर्च हो जाते यदि घर मे चार सदस्य है तो 250 रूपये एक के हो तो चार के 1000 रूपये हो जाते है 1000 रूपए से हम क्या सीख रहे है हम अच्छे से जानते है|
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11 दुर्घटनाओ मे वृद्धि - एक्सीडेंट की घटनाये भी बढ़ रही है कुछ लोग बाइक चलाते समय इसका प्रयोग करते है बाद मे उसका नुक्सान उठाते है|
12 चोरी होने का खतरा- मोबाइल चोरी होने पर आपके व्यतिगत फोटो वीडियो चले जाते है इससे आपका धन वा समय दोनों ही बर्बाद होते है|
कुछ मोबाइल मे मोबाइल ट्रैकिंग है उम्दा क्वालिटी आई फोन मे है आप चोरी मोबाइल की डाटा को अपने कंप्यूटर से डिलेट कर सकते है|इससे आपका डाटा समाप्त हो जाता है किन्तु गोपनीय जानकारी बच जाती है|
13-बच्चो पर असर - बच्चे इंटरनेट पर गलत जानकारी को लेते है जिससे उनका मन पढ़ाई से हटकर एसी उलटी सीधी गतिविधियों की तरफ जाता है इससे इनको बचाये|
14-मोबाइल से फिजूल खर्च -मोबाइल का इस्तेमाल हम आज ऑनलाइन ख़रीदारी के लिए करते है कई लुभावने ऑफर के चक्कर मे आकर हम क्रेडिट कार्ड से गैरज़रूरी वस्तुओ को भी खरीद लेते है जिससे हमारा बजट ख़राब हो जाता है जिसका परिणाम फिज़ूल खर्च माना जाता है|
ये ऑनलाइन मे अधिक होता है वही ऑफलाइन मे फिज़ूल खर्च कम होता है क्यूंकि हाथ से पैसे खर्च होने मे इंसान डरता है ऑनलाइन मे नहीं|
15-दुर्घटना होने का खतरा - मोबाइल को इस्तेमाल ड्राइविंग करते समय हमें नहीं करना चाहिए यातायात के नियमो मे इसका काफ़ी चालान है लेकिन लोग फिर भी बाइक या कार मे चलाने पर जाने अनजाने मे उपयोग करते है जिससे सावधानी हटने पर दुर्घटना हो जाती है|
इसलिए मोबाइल पर अगर कॉल आ रही है तो बात करने से परहेज करें हो सके तो बाइक या कार को रास्ते मे किनारे रोककर बात कर सकते है|
16-मोबाइल की बैटरी की समस्या-मोबाइल की बैटरी की लाइफ कम होने मे हम लोग काफ़ी जिम्मेदार होते है हम लगातार मोबाइल का इस्तेमाल करते है जब तक पूरी तरह से बैटरी समाप्त ना हो जाए|
आप बैटरी को 10 % के बढ़ इस्तेमाल ना करें उसको चार्ज इससे बैटरी कम हो जाती है|
रात पर मोबाइल को चार्ज लगाकर ना छोड़े इससे भी बैटरी की क्षमता कम होती है|
17-ध्यान को कम करता है -मोबाइल का एक सीमा से ज़्यादा इस्तेमाल करने से आपके ध्यान मे कमी आती है क्यूंकि दिमाग़ की कमजोरी होने लगती है खासकर जो लोग पढ़ाई करते है उनको काफ़ी हानि होती है|इसलिए आप एक समय बना ले जिससे आपका दिमाग़ एक अच्छा काम करेगा|
18- लत लग जाना -अगर आप मोबाइल को हर समय सोशल मीडिया को इस्तेमाल करते है तो आपको हर समय उसी को चलाने का मन करेगा इससे आप अन्य कार्य पर फोकस नहीं कर सकते ये कही ना कही एक लत है आपको इससे दूर रहना चाहिए हाँ संभव हो आवशयक कार्य ही करें|
19- गलत आदतों सीख जाना -मोबाइल के अनेक फायदे है और नुक्सान भी पर हमें दिमाग़ से सोचना है कौन सा तरीका करें जिससे हमें लाभ हो यूट्यूब पर काफ़ी जानकारिया मौजूद है और कई ऐसी चीज़े है जिनको देखने से हमें नुक्सान हो जाता है बच्चे मोबाइल से कफ़ी गलत चीज़ो को देखते है जिससे उनका मन पढ़ाई मे भी लगता है|
20- शांति मे बाधा- मोबाइल को आपको थोड़े समय बंद कर देना चाहिए कुछ दिन स्मार्ट फ़ोन से हट या दूर चले जाना चाहिए आपको एक फीचर मोबाइल को कुछ दिन चलाने से आपके मन को शांति मिलती है|
21-मोबाइल मे सही ऐप डाउनलोड करना-मोबाइल मे हम कई सारी ऐप को डाउनलोड करते है प्ले स्टोर के माध्यम से ये ठीक है कभी कभी आप कुछ ऐप ऐसी डाउनलोड कर लेते है जो ठीक नहीं होती है ये ऐप लिंक के ओपन करने से होती है आपको लिंक वाली ऐप को डाउनलोड नहीं करना है क्यूंकि फ्रॉड करने वाले गलत ऐप बना लेतें है कुछ लोग जानकारी ना होने के कारण आर्थिक हानि को उठातें है|
22- गुस्से का आना -अधिक मोबाइल चलाने क्रोध बढ़ने लगता है हर छोटी छोटी बात पर गुस्सा आता है किसी इंसान की सही बात भी उस व्यक्ति को कटु वाडी से लगती है|
23- बदले की भावना मे बढ़ोतरी -मोबाइल का अधिक इस्तेमाल करने से हम कई ऐसे चैनल को सर्च करते है जिसमे बदले की भावना को दिखाया या स्टोरी होती है अतः हमको इससे दूर रहना चाहिए मोटिवेशनल वीडियो को देखे जिससे आपका दिमाग़ दूसरों के प्रीति बदले की भावना जागृत ना हो|
24- आर्थिक और सामाजिक क्राइम मे वृद्धि -मोबाइल का इस्तेमाल अगर आप चाहे तो अच्छे काम को करने मे कर सकते है लेकिन कुछ लोग मोबाइल का इस्तेमाल गलत कार्यों को करने जिससे दूसरों को आर्थिक व सामाजिक नुक्सान हो वे दूसरों को गलत जानकारी देते है|
मेसेज करके ईमेल करके जिससे वे लिंक को ओपन करके शॉपिंग या अन्य गतिविधियों को कर बैठतें है जाने अनजाने हमें दूर रहना है इनसे इसके अलावा मोबाइल से झूठी अफवाफ किसी अच्छे व्यक्ति को गलत साबित करके भी करी जाती है जिससे वे थोड़े ही समय मे ही सामाजिक सम्मान हो देता है|
मोबाइल के बच्चो को नुक्सान?
1- वे समय से सो नहीं पाते है मोबाइल देर रात तक चलाते है|
2- वे गेम खेलते रहते है पढ़ाई के समय
3- उनका दिमाग़ कमजोर हो रहा है
4- पढ़ाई मे मन नहीं लगता है
5- बच्चे सामाजिक बनना भूल गया है
6- वे किसी से बात करने मे शर्माता है
7- कॉल उठाने मे समस्या आना
8- बैटरी जल्दी ख़राब हो जाती है
9- आँखों पर ख़राब असर पड़ता है
1- मोबाइल आज जितना अच्छा हो गया है उतना ही नकारत्मक प्रभाव वे बच्चो पर डाल रहा है वे देर रात तक मोबाइल चलाने मे बिजी रहते इससे देर रात तक जागने से उनके शरीर फुर्तीला नहीं रहता है|
सुबह जब आप देर से उठते है तो आलस रहता है पूरे दिन अपने अपनी दिनचर्या को अच्छे से नहीं बनाये क्यूंकि आप देर रात तक जागे इसलिए बच्चो को रात मे खासकर मोबाइल से दूर रखे उनकी सेहत ख़राब हो सकती है|
2- बच्चो को बचपन मे जो सबसे ज़्यादा जो चीज अच्छी लगती है खेल मे वे वीडियो गेम या यू ट्यूब पर गेम शो जो ज़्यादा लोकप्रिय हो रहे है इसलिए बच्चो को पढ़ाई के समय गेम ना खेलने दे|
3- बच्चो के मानसिक रूप से भी असर हो रहा है वे स्कूल मे किये गए कार्यों को करना भूल जाते, उनकी मेमोरी मे कुछ चीज लम्बे समय तक याद नहीं रहती है इसलिए संभव हो उनसे मोबाइल दूर रखे|
4- आजकल बच्चो का पढ़ाई मे मन ना लगने का कारण सोशल मीडिया प्लेटफार्म है उसमे ज़्यादा रूचि है वे मोबाइल से वीडियो बनाते है और अपलोड करते है इस कारण व्यर्थ का समय बर्बाद होने लगता है|
5- मोबाइल से बच्चे कही इधर उधर नहीं जाते है इससे उनको नये नये लोगो से मिलना का मौका छूट जाता है साथ ही समाज मे अपनी बातो विचारों को रख नहीं पाते है|
लोग उनको सम्मान कम देते क्यूंकि उन्होंने अपनी बातो से उनको आकर्षित नहीं किया इसलिए समाज या आसपास के लोगो से मिले यही समाज का हिस्सा है|
6- वे बात करने से शर्माता है क्यूंकि मोबाइल मे लगे रहने से उनका आत्मविश्वास कमजोर होने लगता है लोगो से कम बात करना या समय देना भी ठीक नहीं है|कुछ बच्चे शर्मिंले स्वभाव के होते है इसके कारण के लिए माता पिता का बचपन से बच्चो से कम बात करने देने से समस्या आती है|
7- ज़्यादातर घरों मे मोबाइल फ़ोन बच्चो के हाथ मे रहता है वे गेम या अन्य चीज देख रहे होते है जब किसी का फ़ोन आता है तो वे उठाते नहीं है काट देते है वे अर्जेंट होती है इसलिए इस बात का ध्यान रखे|
8- बैटरी मोबाइल की जान होती है बच्चे मोबाइल की चार्जिंग
के समय वीडियो देखते है इससे बैटरी की लाइफ कम होने लगती है इसलिए बच्चो को जानकारी दे चार्ज के समय उपयोग ना करें|
9- आखें है तो जीवन मे जान है हम काफ़ी कार्य इनकी मदद से करते है मोबाइल को आँखों से दूर रहे रखे रात के समय मोबाइल को|
> स्कूल में छात्रों के लिए मोबाइल फ़ोन का नुक्सान?
आज के समय में टेक्नोलॉजी का सबसे ज़्यादा असर बच्चो पर हो रहा है वे घर पर हमेशा मोबाइल से चिपके रहते है परन्तु स्कूल जाने से हमें इनको संभव हो बचाना चाहिए|कुछ बाते बताने जा रहे इस सम्बन्ध में तो समझकर पढ़े -
> पढ़ाई के समय मैसेज नोटिफिकेशन आने पर टीचर के द्वारा समझ नहीं आता है क्यूंकि ध्यान उस समय टीचर पर होकर मोबाइल पर होता है|
> स्कूल में मोबाइल गुम होने की सम्भावना अधिक रहती है|
> बच्चों पर मोबाइल फोन के हानिकारक प्रभावो?
•बच्चो की आँखे कमजोर हो सकती है
•बच्चे के चश्मा लग सकता है
•पढ़ाई के समय कॉल या मैसेज आने पर पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो सकती है|
•अधिकतर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने के प्रभाव से उनका ध्यान पढ़ाई में कम लगता है|
>मोबाइल फ़ोन को अधिक चार्ज करने से क्या होता है?
मोबाइल को कुछ लोग रात में चार्जिंग पर लगाकर छोड़ देते है जिससे बैटरी ख़राब होने की सम्भावना बढ़ने लगती है इसलिए मोबाइल को रात में चार्जिंग लगाकर ना छोड़े|लेकिन आजकल के मोबाइल ऐसे आ रहे है जो मोबाइल चार्ज 100% होने पर मोबाइल को चार्जिंग से डिसकनेक्ट कर देता है|इससे बैटरी ख़राब होने का डर समाप्त हो जाता है|
FAQ- अक्सर पूछे जाने वाले सवाल?
Q-मोबाइल आपके लिए क्या है?
Ans - सबसे ज़रूरी वा सबसे नुक्सान दायक डिवाइस अगर सही से प्रयोग ना किया जाए|
Q- मोबाइल फ़ोन से हमें क्या हानि है?
Ans - सबसे पहले शारीरिक मानसिक नुक्सान, समय की बर्बादी, व्यक्तिगत आजादी मे कमी, ऑनलाइन ठगी आदि कारण से हानि हो सकती है|
Q-मोबाइल कितने घंटे चलाने चाहिए?
Ans- मोबाइल चलाने का कोई निश्चित समय नहीं है आप ज़रूरत के हिसाब से प्रयोग करें व्यर्थ मे समय बर्बादी करने से कोई फायदा नहीं होता है|
Q- मोबाइल चलाने की आदत कैसे छुड़ाए?
Ans- आदत छुड़ाने मे माता पिता के साथ टीचर का योगदान महत्वपूर्ण है टीचर बच्चो को किसी स्कील को सीखने के कह सकते है जो भविष्य मे काम आये, माता पिता को बच्चो को मोबाइल कम देना चाहिए उनको पढ़ाई के लिए जोर देना चाहिए|
Q- रात को कितने बजे तक मोबाइल चलाना चाहिए?
Ans-आपको रात 9 बजे तक मोबाइल चलाना चाहिए देर रात जागने से आप सुबह देर तक सोते रहते है जिससे शारीरिक कमी आती है और ऊर्जा शरीर मे कम होती है|
Q- स्मार्ट फ़ोन के नुक्सान?
Ans-स्मार्ट फ़ोन के नुक्सान काफ़ी है आपको रात को सोते समय 1 मीटर दूर रखे फ़ोन, वाइब्रेशन, ज़्यादा बात करने से कानो मे सुनन समस्या होना|
निष्कर्ष -conclusion
इस लेख मे आपको बताया मोबाइल फ़ोन के नुक्सान क्या है ज़्यादा मोबाइल चलाने से बच्चो के मानसिक विकास रुक जाता है,ज़्यादा मोबाइल चलाने से आप जाने अनजाने किसी लिंक को ओपन कर लेते जानकारी जो गोपनीय होती दे देते है इससे ऑनलाइन ठगी हो सकती है|समय बर्बाद करता फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि चलाने पर पढ़ाई मे मन नहीं लगता है|यदि आपका कोई प्रशन हो तो कमेंट करें और पसंद आये तो शेयर करें|
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