पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता?

 आज के समय में अक्सर माँ बाप इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि उनके बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है आज का समय डिजिटल हो गया है कि ज्यादातर बच्चे अपने दिन का अधिकतर समय सोशल मीडिया फेसबुक में बिता रहे हैं|


ये किसी के साथ नहीं ये काफ़ी लोगो समस्या भी पैदा करता है भूल बच्चेचो कि पढ़ाई को प्रभावित करता है जब दस्तावेज़ आ जाता है तो वे पढ़ाई में मन नहीं लेते हैं जिससे उनके दस्तावेज़ में नंबर कम आ जाता है वे सफल होने से पीछे रह जाते हैं|


पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता?


तो इस कारण से अक्सर अनेको माता पिता इस प्रश्न का उत्तर ढूढ़ते है कि बच्चों का पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता तो आज का आर्टिकल इसे से जुडा हुआ है अगर आप जानना चाहते है तो लेख अंत तक तो बिना देरी के चलते है|


1- मोबाइल के अधिक इस्तेमाल से?


बच्चे पढ़ाई की अपेक्षा मोबाइल को अधिक महत्त्व देते है इस कारण से वे एग्जाम आते है मोबाइल को फिर भी नहीं छोड़ते है इससे उनकी पढ़ाई में बाधा उत्पन्न होनी हो जाती है बच्चों को चाहिए कि मोबाइल का इस्तेमाल से बच्चे आपको एग्जाम से काफ़ी दिन पहले से ही मोबाइल को दूर रखना चाहिए|


पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता?


क्यूंकि मोबाइल पास होगा तो आप बार बारे उसको मैसेज या वीडियो के चक्कर में देखगे|

2- खेल कूद में अधिक रूचि लेने से?

बच्चों को खेलना अधिक पसंद होता है चाहे वे बेडमिंटन हो या क्रिकेट उनका यार दोस्त जब उनसे कहता है खेलने के लिए तो वे पढ़ाई करने पर भी मना नहीं कर पाते है |

मेरा विचार है कि पढ़ाई भी करनी चाहिए और खेलना भी समय परन्तु समय के साथ आपको आपको अपनी दिनचर्या बना लेनी चाहिए जिससे आप दिन में खेल का समय फिक्स कर पाएंगे क्यूंकि खेल दिनभर करना पढ़ाई के साथ ठीक नहीं है एक संतुलन अवशय बनाये बच्चे|माता पिता भी उनकी सहायता कर सकते है|


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3- वे पढ़ाई को बोझ की तरह लेते है?


बच्चे का पढ़ाई में मन इस कारण से भी नहीं लगता है कि वे पढ़ाई को बोझ कि तरह लेते है वे पढ़ाई को सीखने की तरह नहीं लेते है क्यूंकि पढ़ाई को इंटरस्ट के तौर में ना करने से आप सफल नहीं होंगे|

4- मानसिक तनाव परीक्षा का रहता है?

अधिकतर बच्चे पढ़ाई करने में मानसिक तनाव लेते है अगर बात करें जब एग्जाम आते है तो वे सोचते है एग्जाम में kya होगा मै एग्जाम मै टॉप नहीं आया तो क्या होगा इसके आलावा माता पिता की बातो का प्रेशर आदि बातो से परीक्षा का तनाव रहता है|


तनाव से बचने के लिए आप लगातार पढ़ाई ना करें किसी गार्डन मै कुछ समय बिताये इससे पढ़ाई के बीच मै अंतराल मिलेगा जिससे दिमाग़ बेहतर रहेगा|


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5- अपने को दूसरों से कम समझना?

अधिकतर बच्चे पढ़ाई में कुछ कमजोर होते है जिस कारण से वे टॉप बच्चो से अपने आप को कमजोर व कम समझने लगते है तो ऐसा करने से पढ़ाई में ध्यान नहीं लगता है


6- सही से शरीर का ध्यान ना देना?

पढ़ाई करने के साथ साथ शरीर का भी ख्याल रखना चाहिए जिससे हम दिमाग़ अच्छे से लगा पाए इसलिए आपको समय से सोना चाहिए, अच्छे संतुलित भोजन को करना चाहिए और सुबह के समय योगा या जिम को की अपने डेली रूटीन में शामिल कर सकते है इनको करने से आपके शरीर की दुर्बलताये तो कम होती है साथ ही मानसिक विकास का भी चेतन होता है|


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7- रात में देर तक जागने से


पढ़ाई के दौरान आपको समय से सोना अवशय चाहिए अगर बात करें तो देर रात तक जागने से आपकी नींद पूरी नहीं होती है जिसके कारण आप शुभ जल्दी उठ नहीं पाते है आप इससे पढ़ाई में ध्यान नहीं लगता है|


8- टॉप ना आने का डर?

बच्चों का ध्यान ना लगने का कारण टॉप ना आने का भी होता है जब पढ़ाई करने बैठते है तो ये सोचकर भी पढ़ाई अच्छे से नहीं हो पाती की टॉप आने का|

9- समझकर नहीं पढ़ाई नहीं करने से?


बच्चो का अक्सर ये समस्या रहती है वे ध्यान से समझकर पढ़ाई नहीं करते है|

10- गलत संगती का असर होने से?


बच्चो की गलत संगती के कारण भी पढ़ाई में मन नहीं लगता है कुछ बच्चो की संगती अपने सेहमित्रो के साथ होती है जो केवल खेल कूद में आगे होते है पढ़ाई में पीछे इससे वे आपको बारे बारे खेलने के लिए बुलाते है|

11-सही समय का चुनाव ना करना?


पढ़ाई करने का सही समय काफ़ी महत्वपूर्ण होता है अगर बात करें तो काफ़ी अच्छो व माता पिता को ये मालूम ही नहीं है कि पढ़ाई का सही समय क्या होता है|सुबह जल्दी उठे और पढ़ाई करें आपको देर रात तक पढ़ाई नहीं करनी चाहिए क्यूंकि इससे नींद भी पूरी नहीं होती है साथ ही रात के समय दिमाग़ सबसे कम लेवल पर काम करता है|


12- सही स्टडी मेटेरियल का ना होना?


बच्चो का पढ़ाई में मन ना लगने का एक कारण होता है सही स्टडी मेटेरियल का ना होना क्यूंकि जब आप पढ़ाई करते है तो आपके पास वे मेटेरियल कम होता है जो आपके एग्जाम से सम्बंधित है कुछ बच्चे नोट्स को पहले ही पढ़ना चाहते क्यूंकि ये शॉर्टकट होता है|

आपको पहले सिलेबस के अकॉर्डिंग पढ़ाई करें बुक ख़रीदे बाद में समय बचने पर आपको नोटर् को पढ़ना चाहिए|

13 आस पास में शोर होना?

पढ़ाई में ध्यान न लगने का सबसे बड़ा कारण शोर का माहौल होना है आपको एक शांत स्थान का चुनाव करना चाहिए जहा शोर कम आता है और अगर आपके कमरे में खिड़की एसी है तो भी ये समस्या शोर कर सकता है इसलिए लोग स्प्लिट एसी को अधिक ग्रहण करते हैं है|

14-किसी दबाव में आकर पढ़ाई करना?


दबाव में पढ़ाई कुछ बच्चे करते हैं अक्सर माता पिता बच्चे पर दबाव बनाता है ऊपर आना है नंबर कम नहीं आने देना चाहिए इन सभी बातों के कारण बच्चेचो का मनोबल कमजोर हो जाता है जिससे वे चाहकर भी पढ़ाई नहीं कर सकते|


15- बिना पहचान ब्रेक के रीडिंग?


अगर आप किसी काम को लगातार करते हैं तो आप जल्दी ही थक जाते हैं सेम विधि पढ़ाई पर भी लागू होती है आपको पढ़ाई लगातार करने से बीच में कुछ समय का ब्रेक भी लेना पड़ता है जिससे आपका दिमागी ऊर्जा बनी रहती है|

16- बहुत अधिक थकान होने से?


यदि आप अधिक थके हुए होते हैं तब भी ध्यान पढ़ाई में ही लगता है कि आप नौकरी भी कर रहे हैं और अन्य कार्य भी कर रहे हैं तो आपको आराम भी करना है जिससे आपको लाभ हो|

FAQ -अक्सर पूछे जाने वाले सवाल


प्रश्न -पढ़ाई में मन कैसे समझा जाता है?

उत्तरपढ़ाई में मन लगाने के लिए पढ़ाई को बदहजमी की तरह ना ले|


निष्कर्ष-निष्कर्ष


इस लेख में आपको बताया गया है कि पढ़ाई में मन क्यों नहीं लगता है

                                                           आपका.... मित्र 

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