एसी कूलिंग कम करें तो क्या करना चाहिए?

 एसी कूलिंग कम करें तो क्या करना चाहिए?


एसी का सिस्टम मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल पर सिद्धांत पर काम करता है जिस कारण से इसमें कई सारी समस्याएं भी उत्पन्न होने लगती है अगर एसी में समस्या की बात करें तो कूलिंग कम करना है मोस्ट कॉमन प्रॉब्लम होती है




एसी में कूलिंग कम होने के पीछे कई कारण होते है लेकिन सबसे प्रमुख एसी सिस्टम से गैस का लीकेज होना होता है अगर आपके एसी में इस तरह की समस्या आ रही है और आप एसी कूलिंग कम करें तो क्या करना चाहिए जानना चाहते है तो आज का लेख आपको पूरी जानकारी प्राप्त होंगी साथ ही कूलिंग कम के क्या कारण होते है साथ ही उनका समाधान बजी देंगे तो आपको लेख को अंत तक पढ़ना है बिना किसी देरी के शुरू करते है|

1- एसी में गैस रिसाव बारीक़ है?

एसी में गैस होने से कूलिंग अच्छी रहती है भले ही एसी को कितने साल हो गए हो लेकिन एसी पुराने होने पर कॉइल में रस्टिंग लगने लगती है तापमान प्रेशर बढ़ने के कारण लीकेज होने लगती है ये लीकेज कई बार इतनी बारीक़ होती है कि गैस डलवाने पर हर साल ही गैस का रिसाव होने लगता है|

 अगर आपके एसी में भी बार बार गैस चार्ज करवाने पर भी लीकेज हो रहा है तो आपको कॉइल की लीकेज प्रेशर होल्ड करके चेक करना चाहिए लीकेज के बाद ही गैस रिफिलिंग कार्य करें नहीं तो लीकेज होंगी और धन बर्बाद होगा|

2- एसी की सर्विस नहीं हुई है?


वैसे एसी को सर्विस हर साल होनी चाहिए मार्च के शुरू हफ्ते में क्यूंकि इससे एसी पूरे साल बिना समस्या किये चलता है ठंडक करता है अगर आपके एसी की सर्विस नहीं हुई है तो कॉइल पर गंदगी जमने के कारण ठंडक कम होने लगती है तो आपको सर्विस को समय पर करवाना चाहिए अगर आपका ऐसा वारंटी में है तो मुफ्त में कंपनी सर्विस कार्य करती है|

3- एसी इंडोर यूनिट की ब्लोवर खराबी?

एसी में ब्लोवर ठंडी हवा कमरे के सभी हिस्सों में पंहुचाता है जिसके कारण एसी का तापमान कुछ समय अंतराल पर आ जाता है और कंप्रेसर बन हो जाता है परन्तु कभी कभी ब्लोवर में खराबी होने पर एसी में ठंडक नहीं होती है इसके अंदर कोई तकनीकी खराबी होने पर इसको चेक करवाये और अगर वारंटी में अभी है तो कंपनी को सूचना दे मुफ्त में ठीक हो जागेगा|

4- एसी के फ़िल्टर चॉक है?

एसी में फ़िल्टर कूलिंग कॉइल के सामने लगे होते है ये साफ हवा को करते है साथ ही कूलिंग कॉइल में मिट्टी नहीं जमने देते है जिससे एसी साफ ठंडी हवा कमरे में पंहुचाता है एसी के फ़िल्टर को हर 15 दिन में एक बार साफ करना चाहिए जिससे एसी में ठंडक के साथ एयर फ्लो भी अच्छा रहे|

और कमरा ठीक ठंडा हो कुछ एसी में फ़िल्टर अलार्म दिया होता है जो कुछ समय अंतराल के बाद डिस्प्ले पर फ़िल्टर का निशान बना आ जाता है जिससे मालूम होता है फ़िल्टर साफ करें फ़िल्टर साफ ना करने से कूलिंग तो कम होती है इससे एसी मे गैस लीकेज व बिजली बिल मे बढ़ोतरी हो सकती है|

5- एसी कंप्रेसर पंपिंग डाउन होना?

एसी मे कंप्रेसर एक महत्वपूर्ण पार्ट होता है जो प्रेशर उत्पन्न करता है जिससे गैस पूरे सिस्टम मे घूमती है फलस्वरुप ठंडक होती है यदि कंप्रेसर का प्रेशर कम हो जाता है तो जिसके कारण गैस भेजनें मे समस्या आती है और ठंडक समाप्त या कम हो जाती है|

वैसे एसी के कंप्रेसर मे कूलिंग सही करने के लिए 300 psi का प्रेशर होना चाहिए यदि कंप्रेसर पुराने होने पर 100 psi रह जाता है तो कूलिंग कम होने लगती है भले गैस एसी मे पूरी क्यों ना हो ऐसे मे कंप्रेसर नया या रिपेयर डलवाना पड़ता है और पुन: गैस चार्जिंग होती है|

6- कैपिलरी ट्यूब चोकिंग होना?

एसी में कैपिलरी ट्यूब का कार्य हाई प्रेशर को लो प्रेशर में बदलना होता है ये बारीक़ होल की होती है जिसमे से रेफ्रीजिरेंट तरल जाता है कभी कभी इसमें टल आ जाने से गैस रुकने लगती है जिसे चोकिंग कहते है अगर आपके एसी में चोकिंग की समस्या हो रही है तो ठंडक कम होने लगती है तो इन कारणों से चोकिंग होती है -----

• गैस चार्जिंग के दौरान वैक्यूम ना करना

• गैस लीकेज होने पर कंप्रेसर को चलते रहना बंद ना करना

• कैपिलरी ट्यूब में आयल जमना इसकी सफाई ना करने से

7- एसी के पिन वाल्व से लीकेज?

एसी में गैस चार्जिंग वैक्यूम करने के लिए एक लीन वाल्व का प्रयोग किया जाता है कभी कभी पिन वाल्व की गैस किट कट जाने से धीरे धीरे गैस का रिसाव होने लगती है ठंडक कम होती है|

8- एसी गलत जगह इंस्टाल है?

एसी सही इंस्टालेशन होने से भी कूलिंग अच्छी होती है आपको एसी को धूप में लगाने से बचाना चाहिए, एसी को फ्लैट की शाफ़्ट में ना लगाए इससे भी एसी की गर्मी वातावरण में नहीं जाती है कंप्रेसर बार बार ट्रिप करने लगता है|

9- स्प्लिट एसी की पाइपलाइन लम्बी है?

स्प्लिट एसी में दो यूनिट होती है एक इंडोर जोकि कमरे में लगता है और दूसरा बाहरी छत या दीवार पर इंस्टाल किया जाता है इनके बीच में कॉपर पाइपलाइन का प्रयोग किया जाता है जिनके अंदर से गैस जाती है तो कम से कम पाइपलाइन की दूरी होनी चाहिए 5 मीटर होनी बेस्ट होती है अधिकतम दूरी होने पर कूलिंग की समस्या आ सकती है|

10- पीसीबी ख़राब होना?


आज के एसी में पीसीबी आ रही है जो एसी को आटोमेटिक स्वचालित करती है कभी कभी कोई एरर आने या अंदुरुनी पार्ट्स ख़राब होने पर ये कंप्रेसर को चालू नहीं करती है जिससे भी कूलिंग की समस्या आने लगती है|

11- एसी लोकल ब्रांड का होना?


एसी में आज काफ़ी सारी कंपनी आ गई है कुछ जो पुरानी है वे आज भी लोगो का भरोसा बनाये हुई है लेकिन लोकल कुछ कंपनी सस्ते के चककर में एसी लोगो को दे रही है लोग जाने अनजाने बिना जानकारी के खरीद रहे है जिनसे कुछ समय बाद में समस्या आने लगती है इसके आलावा कंप्रेसर भी अच्छी क्वालिटी के ना होने पर अधिकतम गर्मी पर ये बार बार ट्रिप करने लगते है तो आपको सस्ते के चककर में आकर लोकल ब्रांड एसी नहीं खरीदना है अच्छे ब्रांड का ले|

FAQ-अक्सर पूछे जाने वाले सवाल


प्रश्न 1)- एसी में कूल मोड क्या है?

उत्तर-एसी कूल मोड वे मोड होता है जिसमे आप आसानी से तापमान 16 डिग्री से 32 डिग्री के बीच सेट कार सकते है रिमोट या मैन्युअली रूप से आसानी से|

प्रश्न 2)- एसी का टेम्परेचर कितना होना चाहिए?

उत्तर-एसी का तापमान ऐसा होना चाहिए जो शरीर को आराम दे 22 डिग्री और 25 डिग्री अच्छा होता है साथ इससे बिजली भी बचत होती है|

प्रश्न 3)-एसी का तापमान 24 क्यों होना चाहिए?

उत्तऱ- एसी का तापमान 24 होना बिजली बचत करता है|

निष्कर्ष- CONCLUSION


इस लेख में आपको बताया कि एसी कूलिंग कम करें तो क्या करना चाहिए तो सबसे पहले सर्विस करवाये, फिर गैस चेक करें लीकेज तो नहीं है,, ब्लोवर मोटर चालू है या बंद,एसी का स्थान चेक करें, आदि|अगर आपका कोई प्रश्न हो तो कमेंट करें और पसंद आये तो शेयर करें|

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