एसी गैस लीक कैसे चेक करें?
एसी गैस लीक कैसे चेक करें?
एसी में गैस लीकेज एक कॉमन समस्या है जो एसी के अधिक पुराना होने के बाद आने लगती है क्यूंकि एसी में ब्रेजिंग जॉइंट होते है|
जो समय के साथ कमजोर हो जाते है अगर आपके एसी में बार बार गैस लीक हो रही है कही एसी में बारीक़ लीकेज हो गई है जिससे बार बार लीकेज बढ़ रही है|
इसके आलावा नये एसी इंस्टाल करने के कुछ दिनों में एसी गैस लीक हो जाती है क्यूंकि इंस्टालेशन करते समय लीक अच्छे से ढूंढी नहीं जाती है
यदि आप भी एसी मैकेनिक है या ग्राहक है तो आपको आज की जानकारी एसी में गैस लीक कैसे चेक करें जाननी ही चाहिए|
एसी गैस लीक को ढूढ़ना जितना सरल काम होता है यदि नहीं मिली तो कई कई दिनों की मेहनत भी करनी पडती है लीकेज को आप फ्री भी चेक कर सकते हो सोप विधि के द्वारा और मशीन से इलेक्ट्रॉनिक लीक डिटेक्टर से भी जांच होती है तो चलिए बिना देरी के गैस लीक कैसे चैक कैसे करें जानते है|
एसी गैस लीक क्या होती है?
एसी में रेफ्रीजिरेंट का प्रयोग ठंडक उत्पन्न करने के लिया जाता है जब ये एसी सिस्टम के अंदर रहता है या घूमता है तो ठंडक पैदा करता है वही अगर ये रेफ्रीजिरेंट किसी कारण कमी से लीकेज हो जाता है किसी ब्रेजिंग जॉइंट्स या पाइपलाइन टूटने के कारण तो ठंडक कम या बिल्कुल भी नहीं होती है इसी को गैस लीक कहा जाता है|
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1- एसी गैस लीक की पहचान कैसे होती है?
एसी गैस लीक अगर किसी स्थान पर हो जाती है तो उस स्थान पर तेल के दाग या निशान आ जाते है या दिखने लगते है अगर आपको आसानी से गैस लीकेज को पहचानना है अपनी आँखों से तो ये तरीका उत्तम है वही कई लीकेज एसी होती है जो बारीक़ होती है इस कारण से उनको ढूढ़ना आसान नहीं है तो इस उपाय के लिए कई सारे लीकेज चेक करने के तरीके होते है जो आपको नीचे बताने जा रहे है --
a)- सोप सलूशन लीकेज विधि?
ये विधि लीक चेकिंग की सबसे सरल और अच्छी है सबसे पहले एसी सिस्टम में प्रेशर n2 300 psi तक डाला जाता है आपको झाग लगाकर संभावित स्थानों पर लीकेज को चेक करना है अगर किसी स्थान पर लीकेज मिलती है तो वाला पर बुलबुले आ जाते है ये लीकेज प्रक्रिया एसी फील्ड मैकेनिक करते है|
b)- डीपिंग लीकेज विधि?
ये विधि काफ़ी बेस्ट है क्यूंकि जहा पर एसी में लीक आसानी से नहीं मिलती है वहा पर इस विधि का प्रयोग किया जाता है ऐसे में कूलिंग कॉइल में प्रेशर डालकर उस कूलिंग कॉइल को एक डीपिंग टैंक में डाला जाता है लीक चेक करने के लिए अगर लीकेज होती है तो तुरंत मिल जाती है|
बुलबुले आने लगते है इस लीक प्रक्रिया में कॉइल को अच्छे से साफ कर ले क्यूंकि गन्दी कॉइल होने पर बारीक़ लीकेज मिलना मुश्किल होता है ये डीपिंग विधि वहा कार्य अच्छा करती है जहा छोटी बारीक़ ना मिलने वाली लीकेज हो अगर बात करें तो ये लीकेज प्रक्रिया घर पर संभव नहीं है क्यूंकि इसके लिए डीप वाटर टैंक चाहिए होता है आपको इस प्रकार की लीकेज को ढूढ़ने के लिए एसी को एसी वर्कशॉप में ले जाना पड़ता है|
डीपिंग वाटर टैंक आप कूलर के टैंक को भी बना सकते है|
c)-इलेक्ट्रॉनिक लीक डिटेक्टर?
जैसा कि ये णाम से मकुम हो रहा है ये एक लीक चेकिंग की इलेक्ट्रॉनिक विधि है इसमें मशीन या जॉइंट के पास इस डिवाइस को ले जाया जाता है ये सेंस करती है अगर लीकेज है तो उस स्थान पर बीप साउंड कम आएगी अगर तेज लीकेज है तो बीप साउंड बढ़ जाती है|
अगर तेज लीकेज है ये डिवाइस एसी कंपनी में प्रयोग होता है जहा पर बड़ी एसी मशीन होती है रेफ्रीजिरेंट अधिक होता है उसमे उत्तम रहता है इस डिवाइस का मुख्य गुण बारीक़ लीकेज को चेक करना होता है|
2- एसी गैस लीकेज कारण क्या है?
एसी में गैस लीकेज एक कॉमन समस्या है जो एक अधिकतर एसी में आती है पुराने होने पर सम्भावना लीकेज की अधिक हो जाती है वही एसी लीकेज कई अन्य कारणों से भी लीक होती है जो नीचे बता रहे है ---
• एसी के ब्रेजिंग जोड़ ठीक से ब्रेजिंग नहीं होने के कारण
• एसी पुराना होने पर लीकेज होना
• एसी की सर्विस सही समय पर नहीं होने के कारण
• एसी इंस्टालेशन ठीक नहीं होने के कारण
• एसी को सही स्थान पर ना लगाने के कारण..
3- एसी में गैस भरने का शुल्क?
एसी में गैस लीकेज का शुल्क एसी की क्षमता पर निर्भर करता है अगर एसी छोटा है तो कम पैसे लगते है और अधिक क्षमता का है तो पैसे में ज़्यादा लगेंगे|
1.5 टन विंडो एसी -- 1500/- रुपये
1.5 टन स्प्लिट एसी - 2500/- रूपए
2.0 टन एसी - 3500/- रुपये
FAQ -अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1)- एसी गैस कितनी बार रिफिल करनी चाहिए?
उत्तर- एसी गैस लीकेज होने पर गैस रिफिल की ज़रूरत होती है|
प्रश्न 2)- एसी गैस खत्म होने पर क्या होता है?
उत्तर- ठंडक कम होने लगती है, कंप्रेसर गर्म हो जाता है, बिजली बिल में बढ़ोतरी होती है, कंप्रेसर आवाज करने लगता है|
निष्कर्ष -CONCLUSION
इस लेख में आपको बताया गया कि एसी में गैस लीक कैसे करें तो कई सारे तरीके होते है सबसे सरल तरीका लीक चेक करने का झाग विधि होती है इसके आलावा डीपिंग वाटर टैंक में कॉइल को डालकर चेक करी जाती है और इलेक्ट्रॉनिक लीक डिटेक्टर काफ़ी मेहगा तरीका है परन्तु बारीक़ लीक अच्छा है|आपकी जानकारी के लिए बता दू अगर लीकेज वाले स्थान पर तेल आ रहा है तो झाग विधि का प्रयोग करें और अगर एसी में बारीक़ लीक हो गई है नहीं मिल रही है तो कॉइल में प्रेशर डालकर उसको वाटर डिपिंग टैंक में डुबोकर लीकेज की जांच की जाती है|अगर आपका कोई प्रश्न हो तो कमेंट करें और पसंद आये तो शेयर करें|
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