ऑनलाइन शिक्षा के नुक्सान|Online shiksha ke nuksaan?

 ऑनलाइन शिक्षा के नुक्सान?


जहा आज के समय में सारी चीजे ऑनलाइन डिजिटली होती जा रही है तो ऐसे में शिक्षा का पीछे रहना भी कठिन है जब भी करोना आया तब से ही शिक्षा जगत में बदलाव की लहर आई वे ऑफलाइन से बदलकर ऑनलाइन पर आ गयीं है ऑनलाइन शिक्षा के काफ़ी लाभ होते है वह समय बचाती है|


ऑनलाइन शिक्षा के नुक्सान


 आप घर बैठे पढ़ाई कर सकते है ये सस्ता है और साथ अपने विषय से सम्बंधित जानकारी को यूट्यूब वीडियोस के माध्यम से पढ़ सकते है जहा एक ओर ऑनलाइन शिक्षा लाभप्रद है वही इसके कई नुक्सान भी होते तो आज में लेख में ऑनलाइन शिक्षा के नुक्सान की चर्चा करेंगे|

अगर बात करें नुक्सान की तो ये ऑफलाइन की तरह करेंगे अगर बात करें नुक्सान की तो ये ऑफलाइन की तरह कक्षा जैसा माहौल नहीं देती है टीचर का भय ऑफलाइन कक्षा में रहता है तो चलिए जानते है इसके नुक्सान के बारे में पूरा पढ़े|

1- टीचर का दबदबा नहीं होना


- इसमें टीचर का दबदबा नहीं होता है जैसे कि ऑफलाइन शिक्षा में होता है टीचर बच्चे की गलती पर उसको बुलाकर पास डाट व समझा सकते है जबकि ऑनलाइन में ते संभव नहीं होता है|

2- ऊर्जा का माहौल में कम


- ऊर्जा इसमें नहीं होटी है जैसे की ऑफलाइन में बच्चे एक दूसरे को देखकर आगे निकलने की होड़ में ऊर्जा से भरपूर रहते है इसके आलावा ऑनलाइन शिक्षा में मोबाइल इंटरनेट एक माध्यम है तो ऊर्जा उस तरह की नहीं होती है जो ऑफलाइन में पाई जाती है|

3- इंटरनेट की स्पीड में का प्रभाव शिक्षा पर


 - ऑनलाइन शिक्षा इंटरनेट के माध्यम से होती है तो इंटरनेट की गति भी तेज होनी चाहिए जब नेट की गति अच्छी रहती है तो ऑनलाइन शिक्षा में वीडियो अच्छी चलती है नेट स्लो होने पर पढ़ाई में बाधा हो जाती है|

4- बच्चो का मन भटकना


- क्यूंकि ये शिक्षा ऑनलाइन के माध्यम से होती है तो आपका ध्यान सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम रील्स, मैसेज, नोटिफिकेशन आने पर आप पढ़ाई के समय इन सब पर ध्यान चला जाता है जिससे आपकी पढ़ाई में बाधा पैदा होती है|

5- सभी की पहुंच में दिक्कत होना


- वैसे तो ऑनलाइन शिक्षा घर बैठे संभव हो जाती है समय भी बच जाता है परन्तु आमतौर पर ऑनलाइन शिक्षा में मोबाइल और लैपटॉप जैसे मेहगे इलेक्ट्रॉनिक गेजट्स की ज़रूरत होती हर स्टूडेंट को लेना व इसकी मेन्टेनन्स करना काफ़ी कठिन कार्य है|

6- समझना मुश्किल होता है


- ऑफलाइन शिक्षा विधि जहा काफ़ी सरल होती है साथ ही इसमें किसी भी प्रकार के कोई मोबाइल की भी ज़रूरत नहीं होती है इससे कोई भी स्टूडेंट आसानी से पढ़ सकता है जबकि ऑनलाइन मोबाइल ऐप को डाउनलोड करना वाई फाई को कनेक्ट करना हर स्टूडेंट के लिए एक चलेंज है खासकर अभी भी गांव में लोग इन सब चीज़ो से वंचित तो ज्ञान होना चाहिए|

7- बच्चे का मन नहीं लगना


ऑनलाइन शिक्षा में काफ़ी स्टूडेंट का मन बिलकुल भी नहीं लगता है क्यूंकि इस शिक्षा व्यवस्था में बच्चों को पढ़ाई का एक माहौल नहीं मिल पाता है बच्चे एक दूसरे से फेस टू फेस नहीं देख पाते है और स्कूल में कुछ समय बच्चो को खेलने को भी मिल जाता है ये सभी बधाएं आपको ऑनलाइन में मिलेगी|

8- आलसी स्वभाव की उत्पत्ति


बच्चे ऑनलाइन शिक्षा के कारण काफ़ी आलसी होते जा रहे है क्यूंकि वे किसी प्रश्न का उत्तर चाहिए होता है वे सीधे ही गूगल या वीडियो के माध्यम से अपने उत्तर को मालूम कर लेते है तो ऐसे में धीरे धीरे बच्चे की रूचि अपने विद्यालय की किताब से हटती जाती है और वे केवल इंटरनेट के माध्यम से ही शॉर्टकट जानकारी पाना चाहता है और कुछ नहीं|

9- सेहत पर नकारात्मक असर होना 

ऑनलाइन शिक्षा में हम सीधे रूप से मोबाइल या लैपटॉप से चिपके रहते है जिसके कारण लगातार उनको देखने से हमारी आँखों की रौशनी की समस्या बढ़ सकती है इसके आलावा मानसिकरूप से भी असर होता है साथ ही ऑनलाइन स्टडी लम्बे लम्बे समय तक चलती है जिससे दिमाग़ को कुछ समय आराम भी मिल पाता है जबकि ऑफलाइन में 30 मिनट के बाद दूसरा पीरियड आ जाता है विषय|

10- प्रैक्टिकल ज्ञान का अभाव 

अगर देखे तो थ्योरी जितनी आवशयक है उतना ही प्रैक्टिकल होना भी ज़रूरी होता है आपको ऑनलाइन शिक्षा में थ्योरी तो पढ़ने को मिल जाती है जबकि प्रैक्टिकल नहीं मिलता है जिसके कारण हम चीज़ो को समझ लेते है लेकिन खुद से प्रैक्टिकल नहीं कर पाते है तो इसलिए प्रैक्टिकल ज्ञान ऑनलाइन शिक्षा का सबसे बड़ा दोष है|

11- छोटे बच्चो पर ऑनलाइन स्टडी बेकार


छोटे बच्चे जब होते है तो उनको मोबाइल चलाना भी आता है उनको पढ़ाई हाथ पकड़कर कराई जाती है जो केवल ऑफलाइन से भी संभव होता है|वही ऑनलाइन शिक्षा अगर छोटे बच्चे कर रहे है तो उनके माता पीता को उनके साथ रहना ही चाहिए सीधे तौर पर माता पीता का भी समय बर्बाद जाता है ये सब ऑफलाइन में नहीं होता है|

FAQ-


प्रश्न 1)- ऑनलाइन शिक्षा के नुकसान बताये?

उत्तर-ये इंटरनेट की स्पीड पर निर्भर करता है यदि नेट सही नहीं है तो ऑनलाइन क्लास संभव नहीं होती है, ऊर्जा का माहौल नहीं रहता है आदि|

CONCLUSION -


इस लेख में आपको बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई के नुक्सान इंटरनेट पर निर्भर होना पड़ता है इसकी गति कम होने पर ऑनलाइन क्लास ठीक नहीं हो पाती है, बच्चो का मन फेसबुक, इंस्टाग्राम पर जा सकता है आदि|आपका कोई प्रश्न हो तो कमेंट करें और पसंद आये तो शेयर करें|

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.