सॉफ्ट स्किल क्या है हिंदी में

 सॉफ्ट स्किल क्या है हिंदी में


अगर बात करें तो कई सारे लोग अपनी पढ़ाई तो बहुत अच्छे ढंग से पूरा कर लेते है लेकिन पढ़ाई के अलावा कुछ ऐसी चीज़ें होती है जिनको सीखना करना काफ़ी ज़रूरी होता है और उनमे से ही एक चीज़ है जिसको सॉफ्ट स्किल्स कहते है| सॉफ्ट स्किल को करके सीखकर आप लोगों में अपनी एक अलग पहचान बना सकते हो और अपने करियर में सफल बन सकते हो आसानी से|




अगर बात करें तो सॉफ्ट स्किल में बहुत ही बेसिक चीज़ें शामिल है जैसे की कम्युनिकेशन स्किल्स, लीडरशिप स्किल्स, टाइम मैनेजमेंट और टीम वर्क आदि है इसके अलावा और भी कुछ महत्वपूर्ण चीज़ें है जो आपके रोज़मर्रा की जिंदगी के लिए बेहद फायदेमंद है क्या आपको पूरी जानकारी चाहिए सॉफ्ट स्कील क्या है हिंदी मे तो आज का ये लेख ज़रिये हम सॉफ्ट स्किल को जानेगे तो बिना देरी के जानते है|

सॉफ्ट स्कील का क्या मतलब है?


सॉफ्ट स्कील काफ़ी ज़रूरी है ये एक ऐसी चीज़ है जिससे की आपकी परसनेलिटी पर प्रभाव पड़ता है और इससे आप को किसी भी जॉब में, बिज़नेस में या फिर किसी भी करियर में सफलता प्राप्त करने मे काफ़ी मदद मिलती है|

सॉफ्ट स्किल कुछ ज़रूरी चीज़े शामिल है जैसे की लोगों से अच्छे से बात करना, अच्छा बर्ताव करना, अपने टाइम को सही से मैनेज करना, सही से फैसले लेना, अपने बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान देना और किसी भी कंडीशन के अनुसार अपने आप को ढाल लेना,सही निर्णय लेना, टीम वर्क करना और एक अच्छा लीडर बनना इन सभी चीज़ों को मुख्य रूप से सॉफ्ट स्कील कहाँ जाता है|


सॉफ्ट स्कील का महत्त्व


अनुकूलन क्षमता

व्यक्ति वही कामयाब है जो हर तरह से हर कंडीशन के अनुरूप ढल जाता है इसलिए अपने comfort zone से बाहर निकलकर परिस्थिति के अनुसार अपने आप को ढाल लेना और बदलाव को स्वीकार करना इसे ही हम अनुकूलन क्षमता साधारणत्या कहते है|

 जैसे की आप किसी जगह पर अच्छे से कम्फर्ट जोन मे काम कर रहे थे परिवार सब अच्छे से जी रहा था अचानक से दूसरे शहर मे जॉब लग गई है वहा पहुंचकर अपने समस्याएं उठाई लेकिन आप उन सब मुश्किलों से लड़कर सामना किये और फिर से सब अच्छा हो गया कम्फर्ट जोन मे आप गए है|

टाइम मैनेजमेंट करें

कामयाब होने वाले व्यक्ति के लिए टाइम टेबल महत्वपूर्ण है टाइम टेबल के अनुसार आप अपना समय किस तरह से व्यतीत करते है दिन भर में कौन कौन सी चीज़ें करते है और कितना समय बर्बाद करते है इन सब बातों को जान समझकर अपने अधिक से अधिक समय को आवशयक कार्यों मे लगाना ही टाइम मैनेजमेंट कहलाता है|


बॉडी लैंग्वेज

लोगों से सही बॉडी लैंग्वेज अति आवशयक है ठीक तरीके से eye contact बनाकर बात करना, अपना बॉडी posture पर ध्यान दो बैठने पर, खड़े होने पर और चलते समय आप अपने कंधों को सीधा रखना,किसी से मिलने पर मुँह या चेहते पर मुस्कान रखना|

किसी से बात करते समय हर कंडीशन के अनुसार अपने चेहरे पर हाव भाव रखना, अपनी बातों को कहते समय हाथों का इस्तेमाल करना और कपडे पहनने की समझ यह सभी बातें बॉडी लैंग्वेज में आती है शामिल है इसलिए कम्युनिकेशन के उपरांत बॉडी लैंग्वेज काफ़ी महत्वपूर्ण है|


कम्युनिकेशन स्कील

लोगों के समक्ष अपनी बातों को सही तरह से रखना, कहना,लोगों की बातों को अच्छी तरह से सुनना, बातचीत करते वक़्त हर परिस्थिति के अनुसार अपनी आवाज़ का लहज़ा सही से रखना, बात को करते वक़्त आवाज़ में उतार चढ़ाव रखना,आत्मविश्वास के साथ अच्छे से बात करना और हर एक शब्द को सही प्रकार और सीधे तरीके से कहना ये सभी चीज़ें कम्युनिकेशन स्किल्स में आती है इसलिए ये एक महत्वपूर्ण सॉफ्ट स्किल मानी जाती है आप इसे करें|


सही निर्णय लेने का कौशल

सही समय पर सही फैसला लेना ये भी काफ़ी ज़रूरी सॉफ्ट स्किल है फैसले को लेते वक़्त अपने आपको समय देना, उस निर्णय से होने वाले लब और हानि के बारे में सोचना विचारों विमर्श करना,लोगों से सही राय लेना और अपने सामने आये विकल्प को देखना और सही से उत्तर देना महत्वपूर्ण है|

समस्या का हल निकालना 

इंसान के जीवन मे काफ़ी समस्या अक्सर आती रहती है जीवन में आप को किसी भी प्रकार की समस्या आ जाए लेकिन सोच समझकर उस समस्या का हल निकालना काफ़ी ज़रूरी काम होता है|

आप समस्या का हल निकालने के लिए समस्या का कारण ढ
को तलाशें उस समस्या से बाहर  आने समाधान के रास्ते खोजे समाधान करें के बारे में सोचिये, हर सम्भावनाओं पर ध्यान दे और उसकी योजना बनाये|


क्रिटिकल थिंकिंग स्कील


हर किसी के बारे में तर्क संगत लगाकर सोचना वे कैसा है किसी चीज़ को facts के आधार पर सोचना उसका अच्छी तरह से विश्लेषण करना हमारी सोच को देखना और गलती को सुधारना आदि क्रिएटिव मे आता है यानि हर अच्छे से दिमाग़ से सोचना ही क्रिएटिव थिंकिंग मे आता है|


इंटरपंरसनल स्कील

आपको अच्छा आचरण रखना चाहिए लोगों को सम्मान देना, उनके साथ अच्छे से बर्ताव आना, लोगों के लिए सही से सहानुभूति रखना, अपने और लोगों के प्रति जागरूकता रखना, ज़रूरत पड़ने पर लोगों को दिलासा देना उन्हें सपोर्ट करना, लोगों को अच्छा performance देने के लिए के प्रोत्साहित करना, लोगों के सामने अपने विचार प्रकट करना / अपनी बात कहना लोगों को अच्छी राय देना और अपनी बातों से लोगों को हसाना ये सभी चीज़ें इंटरपर्सनल स्किल्स में आती है हमको ध्यान देना चाहिए|


लीडरशिप स्कील


किसी भी टीम मे सफलता पाने में लीडरशिप स्किल्स होनी बेहद ज़रूरी है क्योंकि बगैर इसके आप टीम वर्क अच्छे से नहीं कर पाएंगे| लीडरशिप स्किल के लिए आप में कुछ गुण का होना ज़रूरी है|

 जैसे कि जिम्मेदारी सही को निभाना,आने वाली समस्याओं का हल निकालना, अपने लक्ष्य को समय पर पूरा करना, सही से निर्णय लेना, अपने काम के प्रति ईमानदार होना, नयी नयी टेक्नोलॉजी के बारे में पता होना और सभी से अच्छा बर्ताव रखना ये एक अच्छे लीडर की पहचान है|

काम की नैतिकता

अपने,अपने काम की पूरी जिम्मेदारी लेना,ईमानदारी से करना में रहना, टीमवर्क में काम करना, एक दूसरे के प्रति सम्मान रखना अपने प्रोडक्टिविटी को बढ़ाना और समय के साथ साथ अपने गुणों को भी विकसित करना शामिल है|

 ये सभी चीज़े ethics मे शामिल होती है और ये सभी चीज़ें सॉफ्ट स्किल के अंतर्गत आती है|

टीम वर्क

ये काफ़ी ज़रूरी है टीम वर्क करना भी एक सॉफ्ट स्किल माना जाता है इसमें टीम मेंबर्स के साथ मिलकर आपके ऊपर सौंपा गया काम अच्छे से पूरा करना, टीम मेंबर्स की बातों को सुनना, ज़रूरत पड़ने पर उन्हें मोटीवेट करना, उन्हें सपोर्ट करना, हर एक टीम मेंबर को उनके काम के बारे में अच्छे से जानकारी देना और टीम मेंबर को काम करना|


सॉफ्ट स्कील और हार्ड स्कील क्या है?


सॉफ्ट स्किल्स और हार्ड स्किल्स ये दोनों प्रकार के कौशल होते हैं इनमें अंतर होता है जो नीचे बता रहे है ----

हार्ड स्किल्स

हार्ड स्किल्स से सम्बन्ध ऐसे कौशल होता हैं जो कन्क्रीट और मापने-लेने वाले होते हैं और इन्हें आसानी से सीखा जा सकता है और योग्यता , शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है|

ये कौशल व्यक्ति की विशेष विशेषता व्यवसायिक ज्ञान और टेक्निकल जानकारी पर आधारित होते हैं, जैसे कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, भाषा का ज्ञान, गणितीय योग्यता, विज्ञान का ज्ञान आदि शामिल है|

हार्ड स्किल्स के अंतर्गत यदि किसी व्यक्ति के पास विशेष ज्ञान और कौशल होते हैं, तो कार्य और प्रोजेक्ट को पूरा करने में अधिक सहायता मिलती है|

उदाहरण के तौर पर एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए कंप्यूटर प्रोग्रामिंग,कॉडिंग और वेब डिजाइन डेवलपमेंट स्कील हो सकती है|

सॉफ्ट स्किल्स

सॉफ्ट स्किल्स साधारणतया वे कौशल शामिल होते हैं जो व्यक्ति के सामाजिक और भावनात्मक विकास पर आधारित होते हैं इनको सीखना और विकसित मे कुछ समय लगता है और ये व्यक्ति के बॉडी लैंग्वेज, बातचीत और समस्या समाधान क्षमता को सुधारते हैं|

ये कौशल मुख्य रूप से व्यक्ति के आचरण,सोच, नेतृत्व, कम्युनिकेशन सहयोगिता, समस्या समाधान, आत्म-विश्वास, और समय प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में अधिक विकसित होते है|

अगर बात करें तो सॉफ्ट स्किल्स व्यक्ति के साथियो के साथ सहयोगी संबंध बनाने मैत्रीपूर्ण सहयोग करने, और परिवार और समाज में सकारात्मक प्रभाव को डालने मे महत्त्वपूर्ण होते है|

उदाहरण के तौर पर एक टीम लीडर के लिए सही तरीके से नेतृत्व,सहयोग,बातचीत और समस्या समाधान सॉफ्ट स्किल्स हो सकते है|

इस प्रकार सॉफ्ट स्किल्स व्यक्ति के सामाजिक और पेशेवर विकास को समर्थन करते हैं व बढ़ावा देते है जबकि हार्ड स्किल्स उन्हें काम और विशेषज्ञता में महारत प्रदान करते है तकनीकी वास्तव मे व्यक्ति के जीवन मे सफलता पाने हेतु ये दोनों की स्कील ज़रूरी है आनी चाहिए|

FAQ- अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 


प्रश्न 1)- सॉफ्ट स्किल का मतलब क्या होता है?

उत्तर- ये एक नॉन तकनीक स्कील होती है आप इसको किसी समस्या के समाधान हेतु इस्तेमाल करते है नये क्रिएटिव आईडिया को विकसित करने के लिए सॉफ्ट स्कील मदद करती है|


प्रश्न 2)- सॉफ्ट स्किल की विशेषता क्या है?

उत्तर- सॉफ्ट स्कील की कुछ खास विशेषता होती है लोगो को सम्मान देना,लोगो के साथ नरमी बरतना सहयोग करना शामिल है|

CONCLUSION-


आज के इस लेख मे सॉफ्ट स्कील क्या है हिंदी मे आपको काफ़ी महत्वपूर्ण जानकारी सीखने को मिली होंगी आप सॉफ्ट स्कील से लोगो का सम्मान करते और सामाजिक हो जाते है आदि ये आपके आचरण को पुराना बदलता है आदि अगर लेख पसंद आये तो शेयर और प्रश्न हो तो कमेंट करें|

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