विधार्थी जीवन के नियम?

 विधार्थी जीवन के नियम


हर व्यक्ति  एक सफल और ख़ुशहाल जीवन जीने की चाह रखता है जीवन की सफलता छात्र जीवन में की गई मेहनत और प्रयास प्राप्त अनुभव पर निर्भर करती है|छात्र जीवन को ही “ golden time of life “भी कहा जाता है क्योकि यही वह समय है जब वे पूरे जीवन की रूपरेखा तैयार करता है|


विधार्थी जीवन के नियम


छात्रो के लिए सफलता का मतलब केवल अपनी कक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त कर अगली कक्षा में प्रवेश करना मात्र होता है|वह एक एक कक्षा पास करते हुए अपने जीवन के प्रमुख लक्ष्य तक पहुंचना होता है जहाँ उसे एक पूर्ण सफल व्यक्ति माना जाता है ये चरण सफलता का होता है|

उम्र के इस पड़ाव में आप इतने ज्ञानी नहीं होते की  दुनियादारी को अच्छे समझ सके आपके माता -पिता और अध्यापक आपसे उम्र में काफी बड़े होते है इसका मतलब कि समाज में रहते हुए उनका अनुभव आपसे काफी अधिक है।  माता पिता अपना सब कुछ अपने बच्चो के उज्जवल भविष्य के लिए दांव पर लगा देते है|

 वे हमारे लिए स्कूल फीस, वर्दी,किताबें , और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध करवाने में दिन रात मेहनत करते है कम नौकरी करने पर भी हमारी हर ज़रूरत को पूरा करते है इसके इलावा  अध्यापक भी बहुत मेहनत करते है|

  एक एक छात्र का ध्यान रखना उनकी अलग अलग क्षमता के अनुसार पढ़ाना गलती पर समझाना सभी छात्रों को पूरा समय देना|

आज के इस कम्पीटीशन  के दौर में बच्चों के साथ साथ अध्यापक और अभिभावकों को भी खूब मेहनत करनी पड़ती है।छात्रों को भी यह समझना होगा कि हमारे माता पिता हमारे लिए जो सुविधाएं जुटा रहे है तथा हम पर इतना भरोसा कर रहे है , हम उस पर खरे उतरे जो महत्वपूर्ण है|

1- धैर्यवान और मेहनती होना चाहिए?

छात्रों को मेहनती लगनशील भी होना चाहिए क्योंकी सभी जानते हैं ” उद्यम बिना विद्या नहीं ” है जितने भी लोग कामयाब हुए हैं सभी ने दिन रात मेहनत की हैं एक रात सफलता नहीं मिली है|

बिना मेहनत के आप केवल ‘ ख्याली पुलाव बना कर कोई सफलता हासिल नहीं होती मेहनत के साथ साथ धैर्यवान होना भी जरुरी हैं ये जरुरी नहीं होता की हर काम हर बार पहले प्रयास में ही हो जाये निरन्तर प्रयास से ही चीज़े समझ आती है सीखी जाती है|

जीवन  में असफलता से घबराना नहीं चाहिए और धीरज रख कर लगातर मेहनत के साथ अपना प्रयास जारी रखना चाहिए।” मेहनत का फल मीठा होता है ” बहुत बार हमारे जीवन में मेहनत के बाद भी निराशा हाथ लगती है ऐसे में यदि हम अपने प्रयास बंद कर दे और हार कर बैठ जाए तो सब खत्म हो जाएगा क्यूंकि सफलता मेहनत मांगती है|

 मेहनत और धैर्य ही ऐसे गुण है जो दोनों मिलकर हमें सफलता तक पहुंचाते है दोनों एक दूसरे के पूरक है इसके बिना सफलता नहीं है जहाँ एक हो वहाँ दूसरे का होना भी जरुरी है|मेहनत रूपी दाल में यदि धैर्य का तड़का लगा हो तो बहुत सवादिष्ट हो जाती है सब्र से ही स्वाद आता है ये आपके ऊपर निर्भर करता है आप कितना और कब तक करते हो|

2- नैतिक व सामाजिक शिक्षा?

हम और हमारे पड़ोसी और आस पास रहने वाले लोग ही मिलकर समाज कहलाते है जैसे विचार हम सभी लोगो के होंगे वैसा ही  हमारा समाज बन जाएगा।आज के छात्र कल के भावी नागरिक है , समाज के प्रति हमारे क्या कर्तव्य है इसका ज्ञान होना बहुत जरुरी है।  छात्र जीवन सीखने  की आयु है। इसी में हम जो अच्छे गुण अपना लेते है  वे धीरे धीरे हमारे व्यवहार में शामिल हो जाते है और फिर यही गुण हमारा चरित्र बन जाते है।  चरित्रवान व्यक्तियों  का समूह एक अच्छे समाज का निर्माण करता है इस बात को सदैव यस्द रखना चाहिए|

आज का युग आधुनिक युग है हम सभी पश्चिमी सस्कृति से काफी प्रभावित हो चुके है।  इस डिजिटल युग ने हमारे खान पान व्यवहार रहन सहन और विचार सभी को बदल  कर रख दिया है।  जिसका लाभ होने की अपेक्षा नुकसान ही हुआ है।  छात्रों को समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझाना जरुरी है|

हमें कैसे एक दूसरे से व्यवहार करना चाहिए।आपने माता पिता बड़े बुजुर्ग , अध्यापको का आदर सम्मान करना , आपने से छोटो को प्यार करना।  समय से सोना, उठना ,पढ़ना   किसी जरूरत मंद की मदद , आपने आस पास सफाई का ध्यान, शारीरिक स्वच्छता अच्छे विचार उच्च चरित्र निर्माण ये सब नैतिक शिक्षा के ही अंग है|

आजकल तो नैतिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है शिक्षक भी महत्व पूर्ण भूमिका निभा रहे है।  वे एक बेहतर उदाहरण बन छात्रों में देश प्रेम , समाज सेवा ,परोपकार आदि गुणों की लौ जला रहे है।तो हमे भी अच्छे विचारों का अपना कर देश और समाज हित में आगे बढ़ाना है|

3- खुले स्थान मैदान में खेल खुद करना?

योग और व्यायाम हमें कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक बीमारयों से बचाते है। यह मन और शरीर को मजबूत बनाता है और उसमे आपसी संतुलन बनता है।  छात्र  जीवन में तो इसका महत्व ओर भी अधिक इसलिए है कि यह पढ़ाई के अतिरिक्त तनाव को कम करता है |

साथ ही हमारे अंदर आत्मविश्वास पैदा करता है ।  स्कूल, स्कूल के बाद टूशन और फिर घर में पढ़ाई पढ़ाई का जोर इतना अधिक है की छात्रों को अधिक समय एक स्थान पर बैठे गुजरना पड़ता है, इसलिए भी छात्रों को व्यायाम,खेलकूद  और योग के लिए समय निकलना बेहद जरुरी है|

यह शरीर में लचक पैदा करता है तथा पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है।  अक्सर देखा जाता है की छात्र एक जगह पढ़ते है वही पर बैठे खाना भी खा लेते है ओर आज कल तो पिज़्ज़ा , बर्गर , कोल्डड्रिंक्स के चक्कर में मोटापे का शिकार भी होते जा रहे है तथा धीरे धीरे आलस की पकड़ में आ जाते है ऐसे में छात्रों को पढ़ने  के बीच में निश्चित अंतराल पर अपनी सीट छोड़ थोड़ी देर घूमने जाना चाहिए|

 अपना टाइम टेबल इस प्रकार से बनाया जाये की हमारे पर पढ़ाई के साथ साथ खेलने ओर exercise  करने के लिए भी पर्याप्त समय हो । यह बात समझनी पड़ेगी कि यदि शरीर स्वस्थ  है तो ही हम आंनद के साथ पढ़ाई भी कर सकेंगे|

 बुजुर्गो ने कहा भी है ” तन चंगा तो मन चंगा ”  इस लिए खुली  हवा में आनंद लीजिये , पार्क जाइये , साइकिल चलाइये , किसी भी प्रकार से शारीरक गतिविधियों में नियमित भाग लीजिये  और आपने आप को स्वस्थ  रखिये।

4- मोबाइल का आवश्यकता के समय प्रयोग?

आधुनिकता की  भाग दौड़ में आज हर व्यक्ति स्मार्ट फ़ोन को अपना स्टेटस सिंबल समझने लगा  है , ऐसे में हमरे बच्चे भी इससे बच नहीं पाएगे।  स्कूलों में भी एक दूसरे से महंगा फ़ोन  रखने की होड़ लगी रहती है|

इसके इलावा छात्रों ने कंप्यूटर , वीडियो गेम , टी वी का जाल अपने चारों  तरफ बुन लिया है।  दोस्तों इन सबके लाभ तो है , लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा प्रयोग हमें बीमार करता जा रहा है|

शोध से पता चला है की हम जितनी भी वायर लेस्स उपकरण प्रयोग करते है उसकी किरणे हमारे दिमाग को कमजोर करती है।   जैसे आप सीधी बात समझो जब घर  पर तार वाले टेलीफोन होते थे तो हमें लगभग सभी रिस्तेदारो के फ़ोन नंबर  याद रहते थे किन्तु अब हम नंबर याद  रखने की कोशिश ही नहीं  करते।  मतलब हम अपने दिमाग को कम प्रयोग करने  लगे है|

 अब हमें कई बार तो अपने घर के सदस्यों के नंबर भी याद नहीं रहते। छोटी उम्र में ही बच्चों को चश्मे लग जाते है और उनका हद से ज्यादा प्रयोग तो इतना खतरनाक होता जा रहा  है कि  बच्चों को मानसिक रोगी तक बना छोड़ता है|

 ये चीजे बनाई गयी हमारे मनोरजन और आराम के लिए किन्तु बच्चों ने खाना पीना , सोना सभी मोबाइल के साथ कर दिया है , इसलिए दोस्तों इसका प्रयोग केवल जरूरत तक ही करे  न की अपनी लत बना ले। आज छुट्टी के दिन पक्का निश्चय करे की आज हम इन इलेक्टॉनिक्स गैजट का बिल्कुल प्रयोग नहीं करेंगे तो देखना  उस दिन आपके मन , मस्तिक्षक को कितना आराम मिलेगा।

5- अच्छे मित्र व सही संगती होना?

आप पर आपकी संगति अर्थात दोस्तों के व्यवहार बहुत असर पड़ता है इसलिए दोस्तों का चयन करते समय बहुत सोच विचार करना जरूरी है|

दोस्ती केवल मौजमस्ती के लिए नहीं होती बल्कि एक सच्चा और अच्छा दोस्त जीवन के मायने ही बदल देता है।  दोस्ती करते समय कोई लालच नहीं होना चहिये किन्तु जहाँ  तक हो सके उन लोगो से दोस्ती करे जिनके विचार आप से मिलते हो। |

आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है की आपकी दोस्ती अगर उन लोगो से है जिनका लक्ष्य आपकी ही तरह हो जैसे आपकी मित्र मण्डली में आप भी और आपके दोस्त सभी सॉफ्ट वेयर इंजीनयर बनना चाहते है तो आप के लिए “सोने पर सुहागे” जैसी बात होएगी। 

आप जब भी चाहे same  टॉपिक पर discuss  कर सकते है तथा study  में  एक दूसरे की help  भी कर सकते हो।  group discussion भी बहुत फायदे मंद होगी।  आप और आपका दोस्त एक दूसरे की प्रेरणा भी बन सकते है। तो हमे भी ध्यान रखना है कि  अच्छी संगत करे, क्यों की बुरी संगत दीमक की तरह हमारा  पूरा भविष्य नष्ट कर सकती है। 

6- टाइम टेबल का पालन?


पढ़ाई हमारे लिए बोझ न बन जाये इसलिए जरूरी है कि बीच बीच में आप  आराम और मनोरंजन , खेल के लिए भी समय निकाले।  सब चीजों के लिए समय निकालने के लिए जरुरी है आप  काम का समय निर्धारित कर ले|

  टाइम टेबल के द्वारा ही आप लोग अपना समय सही ढंग से प्रयोग करना सीखते है।  टाइम टेबल की मदद से आप सभी कार्यो को चाहे खेल हो , या पढ़ाई आराम हो या मनोरजन जो भी हो के लिए पर्याप्त समय निकाल पाएगे|

 व एक काम को ज्यादा देर तक लगातार करने के कारण मानसिक व शारीरिक थकान भी महसूस नहीं होगी।  आज कल बड़े बड़े इंस्टिट्यूट में कॉम्पिटिशन की तैयारी शुरू करवाने से पहले छात्रों का  “टाइम मैनेजमेंट ” का कोर्स करवाया जाता है।  सभी कार्यो को सही समय पर पूरा कर लेने की वजह से छात्र चिंता मुक्त रहते है।  व खुद को अगले कार्यो के लिए तरोताजा महसूस भी करते है। 

पढ़ाई के साथ – साथ दोस्तों ,परिवार , रिश्तेदार  और खुद अपने लिए भी समय निकाल पाते है।  एक निश्चित टाइम टेबल बनाने के बाद हमें बस एक दो दिन थोड़ी दिक्कत महसूस होती है उसके बाद तो यह हमारी दिनचर्या बन जाती है।टाइम टेबल की वजह से ही हमें पढ़ाई के बीच में खेलने का भी समय मिल जाता है|

 जो हमें तंदरुस्त रखता है और हमारी पढ़ाई भी अच्छी होती रहती है।  अच्छे टाइम टेबल की विशेषता यह होती है कि हम समय के साथ साथ इसे अपडेट करते रहते है जैसे किस सब्जेक्ट को अधिक टाइम देना है , या पपेरों के दिनों में खेल कूद के समय में कुछ कटौती कर ,  रिवीजन पर जोर दिया जाये आदि।

7- क्लास में पूरी भागीदारी निभाना?

छात्रों को स्कूल की  दैनिक गतिविधियों में भी भाग लेना चहिये , चाहे वह पढ़ाई हो , खेलकूद हो या कोई और मनोरंजन  कार्येक्रम।   इससे आपको शिक्षकों व अन्य छात्रों के साथ अच्छे संबंध बनाने में मदद मलेगी|

आपको नई नई जानकारियाँ प्राप्त करने का मौका मिलता रहेगा।  शिक्षा के साथ साथ देश और समाज के बारे में बहुत कुछ जानने का मौका मिलेगा।  इस प्रकार आपका संकोच भी कम होगा।  कक्षा में भी पढ़ाई के दौरान आप अपने आप को confident  महसूस करेंगे। अध्यापको से सम्बन्ध भी मैत्रीपूर्ण हो जायेगे व बिना किसी भय के शिक्षक से कोई भी सवाल पूछ सकेंगे|

आप अध्यापको से अपनी बात खुलकर कहना सीखेंगे , उनकी बात भी बड़े आराम से सीखेंगे।   इस प्रकार से यह गुण आपके व्यवहार में शामिल हो जायेगा|

आप शिक्षकों के इलावा घर पर अपने माता पिता से भी किसी समस्या पर बात करने सहज अनुभव करने लगेंगे और यह तो हम जानते ही है की यदि कोई समस्या हो तो बिना संकोच के बड़ो से साँझा कर लेने पर वो अपने आप उसका हल निकाल देते है  व हमारे दिमाग पर कोई बोझ नहीं रहता।  हम अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान  दे पाते है|

8- एक लक्ष्य पर फोकस जमाये रखना?

क्या आप बड़े होकर सफल व्यक्ति बनना चाहते हैं? जीवन शानो शौकत से गुजरना चाहते हैं? क्या आप चाहते हैं कि जीवन भर आपको पैसो की कोई कमी न रहे ? तो इसके लिए जरुरी हैं अभी से जीवन में लक्ष्य बनाए।  आप डॉक्टर , इंजीनियर , पाइलट जो भी बनना चाहते हैं|

 जिस क्षेत्र में भी आपकी रूचि हैं उसको अपनी लाइफ का पक्का टारगेट बना कर चले।  आज के आधुनिक युग में आपके लिए महत्वपूर्ण बात यह हैं कि आज के पढ़े लिखे माता पिता अपने बच्चो को उनकी रूचि के अनुसार करियर  चुनने की इजाजत देते हैं।  वे समझते हैं कि जिस क्षेत्र में भी जाए चाहे , पढ़ाई , एक्टिंग , पेंटिंग , चिकित्सा , विज्ञान , शिक्षक पर कामयाब जरूर हो|

और अपने क्षेत्र का कामयाब होने के लिए आपको  अपनी रूचि के अनुसार अपना लक्ष्य निर्धारित करना जरुरी हैं।  लक्ष्य निश्चय का सबसे बड़ा लाभ यह हैं कि आप पूरी लगन के साथ अपने टारगेट को प्राप्त करने में जुट जाते हैं।  दिमाग कहीं ओर भटकेगा नहीं।  कहावत भी हैं

ये पांच चीज़ो से विधार्थी दूर रहे?


1- सही नींद लेना

आचार्य चाणक्य ने निद्रा को विद्यार्थी जीवन का सबसे बड़ा दुश्‍मन बताया है। आचार्य मानते हैं कि अगर कोई विद्यार्थी अपनी निद्रा से नहीं जीत पाया तो वह अपने ज्ञान और अनुभव के बाद भी सफलता नहीं पा सकता|

नींद इंसान के ज्ञान को खा जाती है। इसलिए सही समय पर जागना और सही समय पर सोने के साथ ही नींद पर काबू रखना बेहद जरूरी है।

2- सजने से दूर ही रहे?

चाणक्‍य नीति के अनुसार, विद्यार्थी जीवन में युवाओं को श्रृंगार से दूर रहना चाहिए। क्‍योंकि अगर श्रृंगाकर करने या सजने-धजने में एक बार मन लग गया तो विद्यार्थी का मन पढ़ने से हटने लगेगा|

ऐसे में विद्यार्थी का ज्‍यादातर समय खुद को सजाने-संवारने में ही निकल जाएगा और वह अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाएगा।


3- टेस्टी भोजन?

चाणक्य कहते हैं कि विद्यार्थी को अल्‍पहारी बनना चाहिए और ऐसा भोजन करना चाहिए जो उसके बुद्धि विकास में मदद करें। वहीं रोज स्वादिष्ट खाने की तलाश करने वाले विद्यार्थी केवल खाने के बारे में ही सोच सकते हैं|

 उसका पढ़ने-लिखने में मन नहीं लग सकता। इसलिए विद्यार्थियों को सादा भोजन ही करना चाहिए

4- लालच का भाव होना?

आचार्य चाणक्‍य के अनुसार, जिस विद्यार्थियों के अंदर लालच की भावना होगी वह कभी आगे नहीं बढ़ पाएगा। क्योंकि लालच मनुष्य को बुरे कर्म की ओर धकेलता है |

और एक बार लालच इंसान के अंदर आ जाए तो वह निरंतर इस दलदल में फंस कर यहीं रह जाता है। उसका ज्ञान भी लालच की मंशा के आगे हार जाता है।

5- गुस्सा करना?

गुस्सा सबसे बड़ा शत्रु होता है

FAQ-


प्रश्न 1)- विधार्थी का क्या नियम होना चाहिए?

उत्तर- वे टाइम टेबल का पालन करता है|

प्रश्न 2)- विधार्थी की समय बड़ी ज़रूरत क्या है?

उत्तर- एग्जाम में अच्छे अंको से पास होना|

प्रश्न 3)- एक अच्छे स्कूल में क्या होना चाहिए?

उत्तर- पानी, अच्छे क्लास रूम व्यवस्था होना, खेलकूद व्यवस्था, अच्छे टीचर आदि|

CONCLUSION-

इस लेलह में आपको बताया गया है कि विधार्थी जीवन के नियम विधार्थी की लाइफ व उसको सफल बनाने में भागीदारी देते है अगर बताये नियम को कोई भी पालन करता है लम्बे समेत तक तो अच्छे परिणाम मिलते है आदि अगर कोई प्रश्न हो तो कमेंट करें और पसंद आये तो शेयर करें|

























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