हाइब्रिड फंड अच्छे क्यों होते हैं?क्यों अच्छे है ये नये निवेशकर्ता के लिए कैसे?
हाइब्रिड फंड अच्छे क्यों होते हैं?वो भी नये निवेश वालों के लिए बेस्ट है?
अगर बात करें तो Hybrid Mutual Fund हाइब्रिड फंड म्यूचुअल फंड का एक प्रकार होता है इसमें इक्विटी के साथ-साथ डेट और गोल्ड में निवेश किया जाता है वही एक साथ कई प्रकार की asset क्लास में निवेश करने की वजह से इन्हें कम रिस्क वाला बैलेंस फंड भी माना जाता है इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि ये पहली बार निवेश करने वालों के लिए क्यों सही माना जाता है और क्या बेहतर रहता है एक नये निवेश कर्ता के लिए|
हाइब्रिड फंड भी करीब छह प्रकार के होते हैं|
What is Hybrid Fund?
शेयर बाजार में कम समय में निवेश करके अधिक रिटर्न मिलता है अगर देखे तो शेयर बाजार में कई तरह से निवेश किया जा सकता है आप सीधे तौर पर कंपनियों के शेयरों में या म्यूचुअल फंड और बॉन्ड आदि के जरिए निवेश कर सकते हैं|
म्यूचुअल फंड इसमें से सबसे ज़्यादा पॉपुलर तरीका है साथ ही जानकार भी मानते हैं कि अगर किसी को शेयर बाजार की ज्यादा जानकारी नहीं है तो उसके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का एक अच्छा तरीका है जो अच्छा रहता है|
म्यूचुअल फंड के भी कई प्रकार होते हैं जैसे कुछ इसमें से डेट, इक्विटी और हाइब्रिड आदि प्रमुख होते है आज हम जानेंगे कि क्या होता है हाइब्रिड म्यूचुअल फंड और क्यों पहली बार निवेश करने वालों के लिए सेफ माने जाते हैं जो उनको अच्छा लाभ देते है तो जानते है|
हाइब्रिड फंड क्या है?
हाइब्रिड फंड एक म्यूचुअल फंड स्कीम होती है इसमें इक्विटी और डेट दोनों में निवेश किया जाता है अगर माने तो ये ऐसे निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प होता है जो कि कम रिस्क लेना चाहते हैं या फिर पहली बार निवेश कर रहे हो यानि कह सकते है कम जानकर लोग निवेश को करना चाहते है ये अच्छा है|
हाइब्रिड फंड को क्यों कम रिस्क वाला माना जाता है?
हाइब्रिड फंड में पैसा इक्विटी के साथ-साथ डेट और गोल्ड में भी लगाया जाता है डेट और इक्विटी एक साथ आने के कारण ये फंड काफी हद तक बैलेंस हो जाते हैं उदाहरण के लिए आपने एक हाइब्रिड फंड ले लिया है जो कि इक्विटी के साथ सोने में निवेश करता है। जब भी बाजार में गिरावट होगी तो सोने में आपका निवेश बचा रहेगा|
वहीं अगर सोने में जब भी गिरावट होगी तो शेयर बाजार से आपको रिटर्न मिलता रहेगा आमतौर माना जाता है कि शेयर बाजार और सोना की कीमत एक साथ नहीं गिरती है इस बात का ख्याल रखना होगा|
क्यों नए निवेशकों के लिए बेहतर है ये फंड?
जानकर की माने तो और आमतौर पर देखा जाता है कि नए निवेशकों को बाजार के बारे में जानकारी नहीं होती है और गलत तरीके से निवेश करने के कारण उन्हें काफी नुकसान का भी सामना भी करना पड़ता है|
यही कारण कई नए निवेशक बाजार से भी जल्दी बाहर हो जाते है ऐसे में निवेश की शुरुआत हाइब्रिड फंड्स से करना अच्छा माना जाता है और करना भी चाहिए|
कितने प्रकार के होते हैं हाइब्रिड फंड?
आमतौर पर हाइब्रिड फंड के छह प्रकार होते हैं।
एग्रेसिव हाइब्रिड फंड?
आमतौर पर इसमें 60 से 80 प्रतिशत इक्विटी में और 20 से 30 प्रतिशत डेट में निवेश किया जाता है जो निवेशक करते है|
कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड?
इसमें आपकी 10 से 25 प्रतिशत रकम इक्विटी और बाकी बची राशि डेट और नियमित आय में निवेश के लिए उपयोग की जाती है जो अच्छा है|
मल्टी एसेट फंड?
जानकारों की समझें तो इसमें 65 प्रतिशत निवेश इक्विटी में किया जाता है जबकि 20 से 30 प्रतिशत डेट में और 10 से 15 प्रतिशत निवेश गोल्ड में किया जाता है|
डायनेमिक एसेट फंड?
इसमें फंड को या तो 100 इक्विटी या डेट में निवेश किया जाता है यानि की विकल्प होता है आप कोई से में निवेश कर सकते हो|
आर्बिट्राज फंड्स?
अगर देखे तो इसमें 65 प्रतिशत राशि इक्विटी में निवेश करना ज़रूरी होता है|
इक्विटी सेविंग्स फंड?
ये तीनो में निवेश के लिए जाना जाता है जैसे इक्विटी, डेट और आर्बिट्राज में निवेश किया जाता है इसमें 65 प्रतिशत इक्विटी में और 10 प्रतिशत डेट में निवेश करना अनिवार्य समझा जाता है|
हाइब्रिड फंड में निवेश कैसे करें?
आपका ये निवेश आसानी से हो जाता है जिसको आप क्लियरटैक्स पर पेपरलेस और परेशानी मुक्त तरीके से हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकते हैं सुविधाजनक है निम्नलिखित चरणों का उपयोग करके, आप अपनी निवेश यात्रा शुरू कर सकते हैं जानते है ---
आपको इस पर Cleartax.in पर एक खाते के लिए साइन अप करना पड़ता है|
सभी अनुरोधित विवरण प्रदान करें या सबमिट करें|
अपना ई-केवाईसी करवा लें इसे 5 मिनट से भी कम समय में पूरा किया जा सकता है बड़ी आसानी से|
चुने गए म्यूचुअल फंडों में से अपने पसंदीदा हाइब्रिड फंड में निवेश कर लीजिये|
FAQ-
प्रश्न 1)- क्या हाइब्रिड फंड टैक्सेबल है?
उत्तर- अगर समझें तो हाइब्रिड फंड पर आमतौर पर इक्विटी म्यूचुअल फंड के समान टैक्स लगाया जाता है साथ ही इसको 12 अवधि तक रखा जाता है और ट्रांसक्शन लाभ होने पर 10% टैक्स लगाया जाता है|
Post a Comment