टीचिंग के तरीके |आपको जानने ही चाहिए
टीचिंग के तरीके
आज के समय मे शिक्षा सभी के लिए महत्वपूर्ण है अगर बात करें तो एक शिक्षक जब किसी स्टूडेंट को पढ़ाता है तो वे इस तरीके से समझाये कि उसको अच्छे से समझ आ जाये व याद रहे एक टीचर वही अच्छा होता है|
जिसकी पढ़ाई बातो को स्टूडेंट लम्बे समय तक याद कर सके व एग्जाम अच्छे से दे सके अगर आपको कुछ सीखना है तो आपको टीचिंग के तरीके बताने वाला हूँ लिखकर याद करने को कहे तो बिना किसी देरी के जानते है|
1- लिखकर याद करने को कहे?
कुछ टीचर को मालूम है बच्चो को कैसे सीखना व पढ़ाना है अगर बात करें तो लिखकर याद करने से आपको काफ़ी लाभ होता है जैसे देर तक याद रहता है, एग्जाम मे अपने आप लिख पाते है|
2- नोट्स के दे बच्चो को?
नोट्स आपके विषय मे से पाठ मे से ज़रूरी सामग्री होती है जो हम नोट्स के रूप मे अलग से लिखते है बहुत सारे अच्छे टीचर बच्चो को नोट्स बनाने को कहते है वे ये भी कहते है नोट्स आप सिलेबस के अनुसार तैयार करें व ज़रूरी प्रश्न क्यूंकि अधिक सम्भावना रहती है की पेपर मे आये|
3- सदैव कमजोर स्टूडेंट पर फोकस करें?
कमजोर स्टूडेंट कक्षा की अंतिम लाइन ने बैठते है जिससे वे टीचर की बताई बातो को ना तो अच्छे से सुन पाते है ना समझ आता है अच्छी टीचिंग मे कुछ टीचर उन कमजोर स्टूडेंट का भय निकालकर उनको कहते है आगे बैठे इसलिए सदैव कमजोर स्टूडेंट पर आगे बैठने पर फोकस करें|
4- रटने से बचाये?
रटना कभी भी स्टूडेंट के लिए अच्छा नहीं होता है रटी चीज लम्बे समय तक याद नहीं रहती इसलिए टीचर को चाहिए कि वे रटने पर स्टूडेंट को बचाये समझकर पढ़ने को कहे|
FAQ-
प्रश्न 1- परीक्षा के समय मे पढ़ाई कैसे करें?
उत्तर- नोट्स बनाकर पढ़ाई करें, लिखकर याद करें आदि|
CONCLUSION-
आज के इस लेख मे आपको बताया गया है कि टीचिंग के तरीके आपको काफ़ी कुछ सीखने को मिला होगा तो बिना किसी देरी के जानते है और सीखते है|
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